पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी के पक्ष में उतर आई बसपा, निष्पक्ष जांच की मांग Meerut News
धोखाधड़ी-जानलेवा हमले में पूर्व मंत्री एवं बसपा नेता याकूब कुरैशी और इमरान को नहीं पकड़ पाई पुलिस। अब हाजी याकूब कुरैशी के पक्ष में बसपा उतर आई।
मेरठ, जेएनएन। जानलेवा हमला और धोखाधड़ी के मामले में फंसे पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी के पक्ष में बसपा उतर आई। जिलाध्यक्ष सुभाष कुमार पार्टी पदाधिकारियों को लेकर एसपी क्राइम और सीओ से मिले। उधर, पुलिस ने याकूब के घर दबिश देकर खानापूर्ति की है। अभी तक पिता-पुत्र को पकड़ नहीं पाई।
यह है मामला
खरखौदा थाना क्षेत्र के हाजीपुर गांव के मुजम्मिल पुत्र अलीशेर ने पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके बेटे इमरान के खिलाफ जानलेवा हमला और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। मुजम्मिल का आरोप है कि हापुड़ रोड स्थित ढिकौली गांव में उनकी 4050 मीटर जमीन थी। 2002 में उनकी मां मीरा उर्फ मीजा की मौत के बाद यह जमीन मुजम्मिल और उसके भाई यामीन, मुस्तकीम, नवाब के नाम चढ़ गई। आरोप है कि पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी ने धोखाधड़ी करके आबिद अख्तर से इस जमीन का बैनामा अपने नाम करा लिया।
यह है आरोप
आरोप है कि 13 सितंबर मुजम्मिल अपने दोस्तों के साथ जमीन पर पहुंचा, जहां पर याकूब कुरैशी और इमरान समेत दर्जनों लोगों ने फायर कर दिया। मंगलवार की रात एसपी सिटी के नेतृत्व में याकूब के घर पर दबिश दी गई, लेकिन याकूब और इमरान को पुलिस पकड़ नहीं पाई। दोनों ने अपने मोबाइल भी बंद कर लिए हैं। सूत्रों की मानें तो दोनों पिता पुत्र घर पर ही मौजूद हैं। पुलिस ने सिर्फ खानापूर्ति को दबिश डाली थी। उधर, गुरुवार को बसपा का प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष सुभाष कुमार के नेतृत्व में एसपी क्राइम रामअर्ज से मिला। उसके बाद सीओ किठौर से बात की गई। उनका कहना था कि सरेआम फायरिंग के कई मुकदमे ऐसे है, जहां पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर रही है, जबकि झूठे मामले में भी पूर्व मंत्री के परिवार का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने एसपी क्राइम से मुकदमे में निष्पक्ष जांच की मांग की। एसपी क्राइम ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाकर कहा कि सीओ मुकदमे की मॉनीटरिंग कर रहे है।
मुजम्मिल पक्ष के बयान दर्ज
खरखौदा थाने में विवेचक ने पीड़ित मुजम्मिल पक्ष के बयान दर्ज किए है, जिसमें सभी ने बताया कि पूर्व मंत्री और उनके बेटे ने जमीन का फर्जी बैनामा कराया है। आरोप है कि मुजम्मिल पर फायर कर जान से मारने की धमकी दे चुके है। किठौर सीओ आलोक सिंह ने बताया कि पीड़ित पक्ष के बयानों को विवेचना में शामिल कर लिया है।