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बीएस-6 मानक की कारों की बिक्री शुरू, ईंधन का पता नहीं

शहर के तमाम वाहन शोरूम में बीएस-6 मानक के वाहन की बिक्री शुरू हो गई। कंपनी दावा कर रही है कि बीएस-6 वाहनों से नाइट्रोजन-ऑक्साइड के उत्सर्जन में 25 फीसद तक कमी होने से प्रदूषण कम होगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 05:00 AM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 06:10 AM (IST)
बीएस-6 मानक की कारों की बिक्री शुरू, ईंधन का पता नहीं
बीएस-6 मानक की कारों की बिक्री शुरू, ईंधन का पता नहीं

मेरठ, जेएनएन। शहर के तमाम वाहन शोरूम में बीएस-6 मानक के वाहन की बिक्री शुरू हो गई। कंपनी दावा कर रही है कि बीएस-6 वाहनों से नाइट्रोजन-ऑक्साइड के उत्सर्जन में 25 फीसद तक कमी होने से प्रदूषण कम होगा। इसके बावजूद शायद ही कोई ऐसा पेट्रोल पंप होगा, जिसमें बीएस-6 मानक के वाहनों के लिए ईंधन होगा। जाहिर है कि ऐसे में बीएस-6 वाहन को खरीदने वालों को मजबूरन पुराने बीएस-4 मानक के ईधन से काम चलाना पड़ रहा है। हालांकि पेट्रोल पंप संचालक बीएस-6 ईंधन का ही दावा करते हैं, वहीं कुछ इसके आने में थोड़ा समय बता रहे हैं। कार कंपनी के मैनेजर बताते हैं कि अभी बाजार में बीएस-6 मानक में पेट्रोल व सीएनजी वर्जन के वाहन ही आए हैं। डीजल वर्जन में बीएस-6 आने में अभी कुछ और समय लग सकता है।

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जानकार बताते हैं कि बीएस-4 मानक के वाहन में बीएस-6 मानक का ईंधन डालकर चलाया जाए, तो इसमें उस वाहन पर कोई फर्क नहीं पड़ता। वहीं अगर बीएस-6 मानक के वाहन को बीएस-4 मानक के ईंधन से लंबे समय तक चलाने में उसकी कार्य क्षमता प्रभावित हो सकती है।

इंडियन ऑयल एक अप्रैल से बीएस-6 मानक का ईंधन पेट्रोल पंपों को उपलब्ध कराएगा। इसके लिए उन्हें सूचित कर दिया गया है। जिसके लिए कई पंप संचालक इस व्यवस्था में लग गए हैं। तब तक पुराने ईंधन को प्रयोग में लाया जाएगा।

राकेश जैन, अध्यक्ष पेट्रोल डीलर एसोसिएशन

शोरूम में सभी कारें बीएस-6 मानक की मौजूद हैं। मारुति सबसे पहले अपनी सभी कारों के मॉडल बीएस-6 मानक में लाया। हालांकि अभी पेट्रोल वर्जन में ही कारें आयी हैं। सभी कार चालक अभी मौजूदा बीसए-4 ईंधन का प्रयोग कर रहे हैं।

अंकुर बंसल जनरल मैनेजर तान्या, मारूति

बीएस-6 वाहनों से ये होंगे फायदे

बीएस-6 मानक के वाहन बीएस-4 मानक के वाहनों की तुलना में स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले प्रदूषण के स्तर को कम करेंगे। इसमें मानक के वाहनों में कई तरह के फिल्टर होंगे, जो बीएस-4 मानक के वाहनों की अपेक्षा 25 फीसदी तक नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन रुकेगा व पीएम 2.5 जैसे कण रोके जा सकेंगे। जिससे वातारण साफ होगा और माइलेज भी बढ़ेगा।


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