कोविड के उपरांत मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर मंथन
आइआइएमटी विश्वविद्यालय के तत्वावधान में स्कूल आफ लाइफ साइंस एंड टेक्नोलोजी इंस्टीटयूशन इनोवेशन सेल एंड अनोन ग्लोबल फाउंडेशन के द्वारा पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मेरठ, जेएनएन। आइआइएमटी विश्वविद्यालय के तत्वावधान में स्कूल आफ लाइफ साइंस एंड टेक्नोलोजी, इंस्टीटयूशन इनोवेशन सेल एंड अनोन ग्लोबल फाउंडेशन के द्वारा पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में कोविड संकट प्रतिक्रिया पहल के अंतर्गत कोविड के उपरांत मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर वक्ताओं ने मंथन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ अनोन ग्लोबल फाउंडेशन की प्रेसीडेंट आरती गिरधर, वाइस प्रेसीडेंट दीपा चौधरी व डीन डा. नवनीत शर्मा ने किया। कार्यशाला के पहले दिन तनाव प्रबंधन, दूसरे दिन आशावाद, तीसरे दिन क्रोध प्रबंधन, चौथे दिन आनलाइन गेमिग की लत व पांचवें दिन ध्यान पर विस्तृत जानकारी दी गई। विशेष वक्ता के रूप में सेवानिवृत्त सिविल सेवक अपर्णा सहाय, डा. अलका सक्सेना, कंप्यूटर विज्ञानी रमन नागपाल, मेडिटेशन ट्रेनर आर्ची शौकीन, कम्यूनिटी आउटरीच ट्रेनर प्राची विश्वास व कल्याण विशेषज्ञ शम्मी प्रोथी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यशाला को सफल बनाने में विभागाध्यक्ष डा. सुरभि सिंघल, संचालक वत्सला तोमर, डा. आलोक त्रिपाठी, डा. संगीता, दीपाली, सक्षम, श्रुति, नूपुर, स्वाति, पूजा, याशीर व संप्रिता आदि का विशेष योगदान रहा।
कोरोना के 13 नए मरीज मिले
कोरोना का आकड़ा सिमटता जा रहा है। 3537 सैंपलों की जाच में 13 मरीज पाजिटिव मिले हैं। जिला सíवलास अधिकारी ने बताया कि 476 सैंपलों की जाच रिपोर्ट पेंडिंग है, जबकि 30 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक होम आइसोलेशन में मरीजों की संख्या पहली बार सौ से कम हो गई है। अब 74 मरीज घर पर इलाज ले रहे हैं।
सैंपलों की जाच कम होने पर शासन सख्त
जिले में कोरोना जाच को लेकर प्रदेश सरकार ने सतर्क रहने को कहा है। शासन ने स्वास्थ्य विभाग से कहा है कि सैंपलों की संख्या लगातार कम हो रही है, जिसे बढ़ाना होगा। जरा सी गलती संक्रमण को बढ़ा सकती है। पिछले 15 दिनों से रोजाना जाचे जा रहे सैंपलों की संख्या चार हजार के आसपास बनी हुई है, जबकि पहले पाच हजार सैंपलों की जाच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सैंपलों की संख्या बढ़ानी होगी। इसके लिए सभी निजी अस्पतालों व क्लीनिकों की ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों की कोरोना जाच अनिवार्य होगी। उन्हें एंटीजन किट दी गई है। इससे रोजाना जाचों की संख्या पाच हजार से ज्यादा हो जाएगी।
लल्लापुरा के सभी मरीजों में स्ट्रेन-2 की जाच
संत विहार में स्ट्रेन-2 मिलने के बाद संक्रमण 15 लोगों तक पहुंच गया। स्वास्थ्य विभाग इस क्षेत्र में मिलने वाले सभी मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराएगा। विभाग ने मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलोजी लैब से पत्राचार किया है। 23 दिसंबर को संत विहार में लंदन से लौटे परिवार में एक बच्ची में वायरस मिला था। जाच में स्ट्रेन-2 की पुष्टि हुई। बाद में बच्ची के माता-पिता में भी ब्रिटेन का वायरस पाया गया। इस परिवार के संपर्क में आए बलवंत इंक्लेव के रिश्तेदार भी संक्रमित हुए। यहा पर कुल 12 मरीज स्ट्रेन-2 के पाए गए। मंडलीय सíवलास अधिकारी डा. अशोक तालियान और सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने लल्लापुरा स्वास्थ्य केंद्र के क्षेत्र में मिलने वाले पाजिटिव मरीजों का सैंपल स्ट्रेन-2 की जाच के लिए भेजने को कहा है।