मेरठ में डेढ़ हजार कुंतल खाद्यान्न बरामद होते ही खुली कालाबाजारी करने वालों की पोल, लोग बोले-कोरोना काल में ऐसा हाल
मेरठ में आटा चक्की पर मिला गेहूं चावल मक्का का बड़ा स्टाक। जिलापूर्ति विभाग की टीम ने गोदाम और आटा चक्की सील कर दंपती के खिलाफ धारा 3/7 (आवश्यक वस्तु अधिनियम) के अंतर्गत कोतवाली देहात में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना के विपदा काल में लोग एक दूसरे की मदद करने में जुटे हैं लेकिन कुछ लोग इस विषम घड़ी में भी लालच के जाल में उलझे हैं। जिलापूर्ति विभाग की टीम ने आटा चक्की पर छापा मारकर कालाबाजारी के लिए जमा गेहूं, चावल समेत डेढ़ हजार कुंतल खाद्यान्न बरामद किया। गोदाम और आटा चक्की सील कर दंपती के खिलाफ धारा 3/7 (आवश्यक वस्तु अधिनियम) के अंतर्गत कोतवाली देहात में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
यह है मामला
स्याना रोड स्थित खान ईंट भट्टे के बराबर एक गोदाम में जिलापूर्ति विभाग की टीम ने एक सूचना पर छापा मारा। मौके से 100 कुंतल चावल, 800 कुंतल धान, जूट के 1600 खाली बोरे और 150 बोरे आटा बरामद किया। गोदाम में खड़े ट्रक में 150 बोरे बारीक चावल, 222 बोरे गेहूं, 42 बोरे जौ और 320 बोरों में मक्का बरामद हुई। कुल 1453 कुंतल खाद्यान्न बरामद हुआ है। टीम ने गोदाम संचालक यमुनापुरम निवासी मोहित कुमार को बुलाकर गोदाम सील कराया।
मोहित ने अपनी पत्नी अर्चना देवी को गोदाम का मैनेजर बना रखा है। टीम ने अर्चना और मोहित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। खाद्यान्न की खरीद कहां से की कई और बरामद खाद्यान्न की वास्तविक कीमत का आकलन किया जा रहा है। छापामारी में पूर्ति निरीक्षक मीनाक्षी तोमर, सुधांशु यादव, विपणन निरीक्षक हाट केंद्र विनय प्रकाश आदि रहे।
इन्होंने बताया...
स्याना रोड स्थित गोदाम में कालाबाजारी के लिए खाद्यान्न का स्टाक किया गया था। गोदाम और आटा चक्की सील कर संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। मामले की जांच की जा रही है। खाद्यान्न की कालाबाजारी नहीं होने दी जाएगी।
-अभय प्रताप सिंह, जिलापूर्ति अधिकारी।