धरना देने दिल्ली जंतर-मंतर जा रहे भाकियू कार्यकर्ताओं ने सिवाया टोल प्लाजा कराया फ्री, झड़प Meerut News
सोमवार की सुबह मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा पर उस वक्त अफरातफरी का माहौल बन गया जब दिल्ली जा रहे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने टोल प्लाजा को फ्री कराया दिया।
मेरठ, जेएनएन। मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और मेरठ क्षेत्र से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देने जा रहे भाकियू कार्यकर्ताओं ने सोमवार को सिवाया टोल प्लाजा को करीब दस मिनट तक फ्री करा दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की टोल कर्मियों से झड़प भी हुई। टोल का बूम तोड़ दिया। पुलिस और टोल अधिकारियों ने भीड़ को समझाकर शांत किया। भाकियू की गाड़यिां टोल प्लाजा की कई लेनों से बिना टोल दिए दिल्ली की तरफ रवाना हुई।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक व सभासद संजय दौरालिया ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि अध्यादेश के विरोध में सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर भाकियू का धरना कार्यक्रम प्रस्तावित था। पश्चिमी उप्र. से भारी संख्या में किसानों को जंतर-मंतर को रवाना हुए। मेरठ समेत मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली क्षेत्र से भाकियू कार्यकर्ता और पदाधिकारी दर्जनों गाड़ियों से दिल्ली को रवाना हुए।
सिवाया टोल प्लाजा पर गाड़ियों का काफिला पहुंचा तो वहां पहले से लेनों में वाहनों की कतार थी। कार्यकर्ताओं ने अपनी गाड़यिों को जल्दी निकलवाने को कहा। मगर, आगे खड़े गाड़यिों के फास्टैग में तकनीकी खराबी होने के कारण थोड़ी दिक्कत हो रही थी। इसी बात पर कार्यकर्ताओं की टोल र्किमयों से झड़प हो गई। जिसके बाद भाकियू ने अपनी सभी गाड़यिों के लिए जबरन टोल फ्री करा दिया। टोल अधिकारी प्रदीप चौधरी ने भी भीड़ को समझाने का प्रयास किया, मगर उनकी एक नहीं सुनी। दस मिनट तक भाकियू की गाड़यिां टोल से बिना पर्ची कटवाए निकली। पुलिस ने भीड़ को शांत किया।
इनका कहना है
दिल्ली जाने के दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं ने जल्दी निकलने के चक्कर में बिना टोल फीस दिए निकले। इसकी जानकारी दिल्ली मुख्यालय को दे दी गई है। -प्रदीप चौधरी, मैनेजर-क्यूब हाईवे कंपनी, टोल प्लाजा।