बिजनौर में लागू है धारा 144, महापंचायत की जिद पर अड़ी भारतीय किसान यूनियन
Bhartiya Kisan Union भारतीय किसान यूनियन ने बिजनौर के गांव जीतपुरा खरक में महापंचायत करने का एलान किया है। इसके लिए बैठक कर रणनीति बनाई जा रही है। रविवार को यूनियन के पदाधिकारियों ने जीतपुरा खरक में पंचायत स्थल का निरीक्षण किया।
बिजनौर, जागरण संवाददाता। भारतीय किसान यूनियन गांव जीतपुरा खरक में 28 जून को महापंचायत करने की जिद पर अड़ गई है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि जनपद में धारा 144 लागू है। इस दौरान कोई भी कार्यक्रम बिना अनुमति नहीं किया जा सकता। बिजली विभाग की टीम को पीटने और एक्सईएन के सिर में फावड़ा मारकर घायल करने के आरोपितों के परिजन और ग्राम प्रधान भी महापंचायत नहीं चाहते। उन्होंने पुलिस को यह बात लिखित रूप में दी है। इसके बावजूद यूनियन के जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह ने एलान किया है कि यूनियन इस महापंचायत की कोई अनुमति नहीं लेगी और न ही इससे पहले हुई महापंचायत की कभी अनुमति ली गई है।
जीतपुरा खरक में पंचायत स्थल पर पहुंचे पदाधिकारी
रविवार को यूनियन के तमाम पदाधिकारी जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह के नेतृत्व में ग्राम जीतपुरा खरक पहुंचे और पंचायत स्थल का जायजा लिया। वहीं गांव में हुई पंचायत में उन्होंने कहा कि बिजली, पुलिस एवं राजस्व अधिकारी किसानों का उत्पीड़न कर रहे हैं। किसानों का सम्मान बचाने के लिए गांव में 28 जून को महापंचायत बुलाई गई है। पुलिस और प्रशासनिक अफसर किसानों पर भाकियू छोड़ने का दवाब बना रहे हैं। पुलिस ने पीड़ित किसान से ही पंचायत न होने के संबंध में लिखित में ले लिया, परन्तु भाकियू निश्चित तिथि एवं समय पर जीतपुरा खरक में महापंचायत करेगी।
महापंचायत की सफलता को रणनीति की तय
इससे पहले रविवार को गन्ना समिति परिसर में हुई पंचायत में महापंचायत की सफलता को रणनीति तय की गई। वक्ताओं ने कहा कि भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत की महापंचायत में आने से कोई ताकत नहीं रोक सकती। पंचायत में ठाकुर रामौतार सिंह, बाबूराम तोमर, राजेंद्र सिंह, होशियार सिंह, डालचंद प्रधान समेत सैकड़ों किसान मौजूद थे।
पंचायत को लेकर खींचतान
ग्राम जीतपुरा खरक में महापंचायत को लेकर खींचतान जारी है। ग्राम प्रधान पति और पकड़े गए आरोपितों के स्वजन ने पुलिस को लिखित रूप में दे दिया है कि वह गांव में महापंचायत नहीं चाहते। सीओ सिटी एके सिंह ने बताया कि आरोपितों के स्वजन और ग्राम प्रधान महापंचायत के पक्ष में नहीं हैं। इसके बाद भी यदि महापंचायत करना अनुचित है। उधर, एसडीएम सदर मोहित कुमार का कहना है कि भाकियू की ओर से अभी तक महापंचायत के आयोजन के लिए आवेदन नहीं किया गया है। धारा 144 के दौरान बिना अनुमति कार्यक्रम नहीं किया जा सकता।