नई पटकथा से सूबे में मुस्लिमों को साधेगी भाजपा
धु्रवीकरण की आंच पर तपती पश्चिमी उप्र की सियासत अब नई करवट बैठ सकती है। नागरिकता संशोधन कानून की पैरवी के बहाने भाजपा ने अल्पसंख्यकों को साधने के लिए रोडमैप बनाया है। संघ की लिखी पटकथा पर भाजपा के दिग्गज नेता सभी वर्गो के बीच पहुंचेंगे किंतु मुस्लिमों का भरोसा जीतने पर खास फोकस होगा।
जेएनएन, मेरठ। धु्रवीकरण की आंच पर तपती पश्चिमी उप्र की सियासत अब नई करवट बैठ सकती है। नागरिकता संशोधन कानून की पैरवी के बहाने भाजपा ने अल्पसंख्यकों को साधने के लिए रोडमैप बनाया है। संघ की लिखी पटकथा पर भाजपा के दिग्गज नेता सभी वर्गो के बीच पहुंचेंगे, किंतु मुस्लिमों का भरोसा जीतने पर खास फोकस होगा। पश्चिमी उप्र की सियासी राजधानी मेरठ से संदेश देकर पार्टी बड़ा रणनीतिक दांव खेलेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जनवरी के पहले सप्ताह नई दिल्ली में उलमा के साथ मंथन करेंगे। मेरठ की रैली की पटकथा बनाई जाएगी। उधर, भाजपा की छवि पर नया सियासी रंग चढ़ता देख सपा, बसपा और कांग्रेस में बेचैनी बढ़ सकती है।
पारा चढ़ा तो बदला सियासी गियर
पश्चिमी उप्र की चुनावी सुई धु्रवीकरण के इशारे पर घूमती रही है। मुस्लिमों को भाजपा कभी रास नहीं आई। इस बार भाजपा ने वक्त की नजाकत भांपते हुए गियर बदला है। हुआ यूं कि नागरिकता संशोधन कानून को मुस्लिम विरोधी बताकर भाजपा विरोधी दलों ने पारा चढ़ा दिया। पश्चिमी उप्र में मेरठ में सर्वाधिक हिसा ने न सिर्फ सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ा, बल्कि भाजपा पूरी तरह अल्पसंख्यकों के निशाने पर आ गई। इधर, केंद्रीय मंत्री मुजफ्फरनगर के सांसद डा. संजीव बालियान ने प्रदर्शनकारियों में बच्चों के पहुंचने पर सवाल उठाकर पारा चढ़ाया। मेरठ के एसपी सिटी डा. अखिलेश नारायण सिंह का वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल भाजपा को नए सिरे से घेरने में जुट गए हैं। हालांकि यहां भाजपा के प्रदेश सूचना सलाहकार व प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी समेत कई दिग्गजों ने पुलिस का आक्रामक बचाव किया। बाद में पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती और राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन भी एसपी सिटी के बचाव में उतर आए।
नागरिकता के बहाने आयुष्मान की भी चर्चा
संघ ने भाजपा को नई पगडंडी दिखाई है। पार्टी नागरिकता कानून के बहाने मुस्लिमों को आयुष्मान, उज्जवला, गन्ना बकाया भुगतान व जनधन जैसी केंद्र एवं राज्य की कई योजनाओं का हवाला देकर उन्हें साधेगी। पार्टी का मानना है कि अगर पश्चिमी उप्र में अल्पसंख्यकों को भरोसे में लेने में पार्टी सफल रही तो प्रदेशभर में प्रदर्शन का बुलबुला फिर नहीं उठेगा। साथ ही विरोधी दलों की रणनीति भी फेल हो जाएगी।
उलमा के साथ बैठेंगे नकवी
गत शुक्रवार शांति के साथ नमाज अदा होने के बाद अमन की बयार चली। इसी बयार को कायम रखने के लिए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी पश्चिमी उप्र के उलमा के साथ बैठक करेंगे। पश्चिमी क्षेत्र के महामंत्री मोहित बेनीवाल ने बताया कि प्रदेशभर में छह रैलियां की जाएंगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह या राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे दिग्गज पहुंच सकते हैं।