Move to Jagran APP

अलीबाबा चालीस चोर मिलकर बना हुआ है विपक्ष, फंडिंग से पनप रहा है किसान आंदोलन

पल्लवपुरम फेज दो में भाजपा के क्षेत्रीय किसान मोर्चा के कोषाध्यक्ष अजय भराला ने अपने कार्यालय पर रविवार को प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार बनते ही 36 घंटे में किसानों का 36 हजार करोड़ रुपए कर्ज माफ कर दिया था।

By Taruna TayalEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 11:44 PM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 11:44 PM (IST)
भाजपा के क्षेत्रीय किसान मोर्चा के कोषाध्यक्ष अजय भराला ने अपने कार्यालय पर रविवार को प्रेस वार्ता की।

मेरठ, जेएनएन। पल्लवपुरम फेज दो में भाजपा के क्षेत्रीय किसान मोर्चा के कोषाध्यक्ष अजय भराला ने अपने कार्यालय पर रविवार को प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में योगी सरकार का गठन हुआ था, उसके बाद महज 36 घंटे में 36 हजार करोड़ रूपया किसानों का कर्ज माफ कर दिया था। 25 रुपिया गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी कर भाजपा सरकार ने गन्ना किसानों को बड़ी राहत दी है। जबकि पूरा विपक्ष अलीबाबा 40 चोर बनकर काम कर रहा है, जिसमें अलीबाबा की भूमिका कांग्रेस पार्टी निभा रही है।

loksabha election banner

भाजपा किसान मोर्चा के क्षेत्रीय कोषाध्यक्ष अजय भराला ने कहा कि पिछली सपा और बसपा सरकारों ने शुगर मिलों को बंद कर बिकने की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया था। मगर योगी सरकार ने उन मिलो को बिकने से रोका, वही उनमें दोबारा से चालू कराकर गन्ना पेराई कराई गई। 2022 में भाजपा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 325 से अधिक सीटें जीतकर दोबारा से सरकार बनाएगी। जल्दी तहसील, मंडल और जिला स्तर पर किसान मोर्चा गांव-गांव पहुंचकर किसान चौपाल का आयोजन करेगा। जिसमें योगी सरकार की योजनाओं और भाजपा संगठन की नीतियों के बारे में बारीकी से जानकारी दी जाएगी।

शुरू से अब तक भाजपा सरकार किसान हित में कार्य कर रही है। वही सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास मंत्र पर प्रत्येक सरकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया है। कृषि कानून के विरोध में धरना दे रहे किसान संगठनों के बारे में उन्होंने कहा कि धरना देने वाले कृषि कानून को काला कानून कहते हैं, इनमें काला कानून कौन सा है, उसे एक भी व्यक्ति यह बताने को आज तक तैयार नही है कि आखिरकार काला कानून इसमें कौन सा है। किसान धरना फंडिंग से हो रहा है, यह सभी को पता है।

लखीमपुर खीरी मामले में उन्होंने कहा कि खालीस्तान और भिंडरवाला की टी-शर्ट व झंडे लेकर किसानों के नाम पर खड़े शरारती तत्वों ने शुरू में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया। जिसके बाद गाड़ी अनियंत्रित होकर भीड़ में जा घुसी, जिससे कई लोग मारे गए। जबकि भीड़ ने भी भाजपा कार्यकर्ताओं को गाड़ियों से निकाल कर उनकी हत्या की है, यह भी जग जाहिर है। भाजपा नेता ने भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत की जांच कराकर उन पर सख्त कार्रवाई कराने की प्रदेश सरकार से मांग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.