YouTube के ‘पेप्पा पिग’वीडियो में छिपा है जानलेवा ‘मोमो चैलेंज’
यू-ट्यूब पर इनदिनों बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय वीडियो ‘पेगा पिग’ सहित कुछ अन्य वीडियो में बीच-बीच में ‘मोमो चैलेंज’का कैरेक्टर उभरकर सामने आ रहा है। इससे बचना जरूरी है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 04:04 PM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 04:04 PM (IST)
मेरठ,जेएनएन। यू-ट्यूब पर इन दिनों बच्चों के लर्निग व फन वीडियो सुसज्जित यू-ट्यूब किड्स चैनल खासा लोकप्रिय हो चुका है। बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय वीडियो ‘पेगा पिग’ सहित कुछ अन्य वीडियो में बीच-बीच में ‘मोमो चैलेंज’का कैरेक्टर उभरकर सामने आ रहा है। पॉपअप के तौर पर यह मोमो चैलेंज माइनक्राफ्ट, यू-ट्यूब, पेप्पा पिग, डोरा द एक्सप्लोरर आदि में उभरकर आते हैं। इसमें मोमो चैलेंज का कैरेक्टर बच्चों को स्वयं व दूसरों को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों को करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
परिजनों से छिपाने को करते हैं प्रेरित
मोमो चैलेंज के इन वीडियोज में मोमो का कैरेक्टर बच्चों को परिजनों से छिपकर कुछ गतिविधियां करने के लिए प्रेरित करता है। बात मनवाने के लिए बच्चों को जान से मारने की धमकी भी देता है,जिससे बच्चा डरकर किसी से कुछ न कहे। वह बच्चों को खुद को नुकसान पहुंचाने के लिए चाकू से हाथ काटने और परिजनों में छिपाकर गैस को खोलकर छोड़ने जैसे निर्देश दे रहा है। इस तरह की वारदात सबसे पहले विदेशों में सामने आईं, जिसे अब सोशल नेटवर्क के जरिए मेरठ में भी सकरुलेट किया जा रहा है।
बीच में डाला गया कैरेक्टर
बच्चों के लिए बनाए गए अलग-अलग तरह के वीडियो में मोमो चैलेंज के उभरने पर माना जा रहा है कि विभिन्न काटरून व लर्निग वीडियो को एडिट कर मोमो कैरेक्टर के संदेश को बीच-बीच में डालकर यू-ट्यूब पर अपलोड किया गया है। उस नाम से वीडियो सर्च करने पर इस तरह के एडिटेड वीडियो भी सामने आते हैं।
बच्चों को यू-ट्यूब पर अकेला न छोड़ें
यू-ट्यूब पर वीडियो देखने के दौरान एक वीडियो खत्म होने पर दूसरा वीडियो शुरू हो जाता है। ऐसे में अक्सर परिजन बच्चों को एक वीडियो चलाकर अपने काम में व्यस्त हो जाते हैं और बच्चे आधे से एक घंटे तक एक के बाद एक वीडियो देखते रहते हैं। इस दौरान बच्चों ने कौन-कौन सी वीडियो देखीं और उसका क्या प्रभाव पड़ा,परिजनों को यह पता नहीं चल पाता।
सीबीएसई ने किया आगाह
ब्लूव्हेल वीडियो गेम चैलेंज के बाद मोमो चैलेंज से बच्चों के आहत होने की सूचना मिलने के बाद भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय ने पिछले साल अगस्त में ही एडवाइजरी जारी की थी। उसी एडवाइजरी को सीबीएसई ने भी आगे बढ़ाते हुए स्कूलों व परिजनों को आगाह किया था।
परिजनों से छिपाने को करते हैं प्रेरित
मोमो चैलेंज के इन वीडियोज में मोमो का कैरेक्टर बच्चों को परिजनों से छिपकर कुछ गतिविधियां करने के लिए प्रेरित करता है। बात मनवाने के लिए बच्चों को जान से मारने की धमकी भी देता है,जिससे बच्चा डरकर किसी से कुछ न कहे। वह बच्चों को खुद को नुकसान पहुंचाने के लिए चाकू से हाथ काटने और परिजनों में छिपाकर गैस को खोलकर छोड़ने जैसे निर्देश दे रहा है। इस तरह की वारदात सबसे पहले विदेशों में सामने आईं, जिसे अब सोशल नेटवर्क के जरिए मेरठ में भी सकरुलेट किया जा रहा है।
बीच में डाला गया कैरेक्टर
बच्चों के लिए बनाए गए अलग-अलग तरह के वीडियो में मोमो चैलेंज के उभरने पर माना जा रहा है कि विभिन्न काटरून व लर्निग वीडियो को एडिट कर मोमो कैरेक्टर के संदेश को बीच-बीच में डालकर यू-ट्यूब पर अपलोड किया गया है। उस नाम से वीडियो सर्च करने पर इस तरह के एडिटेड वीडियो भी सामने आते हैं।
बच्चों को यू-ट्यूब पर अकेला न छोड़ें
यू-ट्यूब पर वीडियो देखने के दौरान एक वीडियो खत्म होने पर दूसरा वीडियो शुरू हो जाता है। ऐसे में अक्सर परिजन बच्चों को एक वीडियो चलाकर अपने काम में व्यस्त हो जाते हैं और बच्चे आधे से एक घंटे तक एक के बाद एक वीडियो देखते रहते हैं। इस दौरान बच्चों ने कौन-कौन सी वीडियो देखीं और उसका क्या प्रभाव पड़ा,परिजनों को यह पता नहीं चल पाता।
सीबीएसई ने किया आगाह
ब्लूव्हेल वीडियो गेम चैलेंज के बाद मोमो चैलेंज से बच्चों के आहत होने की सूचना मिलने के बाद भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय ने पिछले साल अगस्त में ही एडवाइजरी जारी की थी। उसी एडवाइजरी को सीबीएसई ने भी आगे बढ़ाते हुए स्कूलों व परिजनों को आगाह किया था।
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