दुर्घटनाएं रोकने को बरतें सतर्कता, दूसरों को भी करें जागरुक
सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए गुरुवार को पुलिस लाइन से यातायात माह का शुभारंभ किया गया। इसके बाद शहर के 18 स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने जागरुकता रैली निकाली। लोगों को संकल्प दिलाया गया कि वह यातायात के नियमों का पालन करेंगे।
मेरठ । सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए गुरुवार को पुलिस लाइन से यातायात माह का शुभारंभ किया गया। इसके बाद शहर के 18 स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने जागरुकता रैली निकाली। लोगों को संकल्प दिलाया गया कि वह यातायात के नियमों का पालन करेंगे।
पुलिस लाइन में हुए कार्यक्रम में एडीजी प्रशांत कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित किया। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाएं रोकने के लिए खुद भी सतर्कता बरतें और दूसरों को भी जागरुक करें। नियमों का पालन करेंगे तो दुर्घटनाएं काफी हद तक कम होगी। इस दौरान विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक के जरिए यातायात नियमों की जानकारी दी। इसके बाद अवसर पर उन्होंने हरी झंडी दिखाकर जागरुकता रैली रवाना की, जो शहर के मुख्य चौराहों व तमाम मार्गो से होती हुई पुलिस लाइन में संपन्न हुई। रैली में छात्र-छात्राओं के अलावा एनसीसी कैडेट्स, स्काउट गाइड, यातायात पुलिस व शहर के लोग शामिल हुए। उन्होंने लोगों को यातायात के प्रति जागरुक किया।
इन्होंने भी की अपील
कार्यक्रम में उपस्थित हुए आइजी रामकुमार, डीएम अनिल ढींगरा, एसएसपी अखिलेश कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी राजकुमार, संभागीय परिवहन अधिकारी डा. विजय कुमार, एडीएम मुकेश कुमार, एसपी सिटी रणविजय सिंह, एसपी देहात राजेश कुमार, एएसपी सतपाल आंतिल, सहायक संभागीय अधिकारी श्वेता वर्मा, रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक नीरज कुमार, सीओ ट्रैफिक संजीव देशवाल आदि ने अपील की है कि नियमों का पालन कर खुद की भी जान बचाएं और दूसरों को भी सुरक्षित रखें। नियमों का पालन करने से यातायात व्यवस्था में भी सुधार होगा।
अच्छा काम करिए, मिलेगा इनाम
यातायात माह के दौरान बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, टैक्सी स्टैंड, शिक्षण संस्थाएं आदि स्थानों पर जागरुकता कार्यक्रम होंगे। लोगों को फिल्म दिखाकर यातायात के नियमों की जानकारी दी जाएगी। संस्थाओं के सहयोग से दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में संकेतक, बोर्ड, होर्डिग्स आदि लगवाए जाएंगे। माह में अच्छा कार्य करने वाले लोगों को पुरस्कृत किया जाएगा।
यह कर रहे हैं सहयोग
कार्यक्रम में मेरा शहर-मेरी पहल, रोड सेफ्टी क्लब, मिशिका सोशल वेलफेयर सोसाइटी, कौशिक इंटर कालेज, बीडीएस इंटर कालेज, द एवेन्यू पब्लिक स्कूल, दर्शन एकेडमी, एमपीएस, जीटीबी, दीवान, जेएस, डीएमए, जेबी इंटर कालेज, केके इंटर कालेज, आरएन स्कूल, नायब शहर काजी जैनरुद्दीन राशिदीन, मेरठ बार एसोसिएशन आदि समाजसेवक सहयोग कर रहे हैं।
अब तक 329 को लील गई सड़कें
पुलिस आंकड़ों के मुताबिक, एक जनवरी-2018 से लेकर अभी तक जिले की सड़कों पर कुल 784 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 329 लोगों की जान गई, जबकि 567 लोग घायल हुए। दुर्घटनाओं का कारण यातायात के नियमों का अभाव रहा। 16 से 30 वर्ष की आयु वाले युवाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। दोपहिया वाहन पर हेलमेट न होना, चौपहिया पर सीट बेल्ट न लगाना, मोबाइल का इस्तेमाल, नशा आदि कई वजहों के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं। यातायात पुलिस को निर्देश मिले हैं कि यदि कोई नियम तोड़ता है तो उसका तीन माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित कर दिया जाए। जागरुकता के लिए सोशल मीडिया, एफएम आदि माध्यमों का भी इस्तेमाल होगा।