निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने निकाली बाइक रैली, एलआइसी पर प्रदर्शन
निजीकरण के विरोध में बैंक, रेलवे और एलआइसी कर्मचारियों की हड़ताल का मेरठ में भी व्यापक असर रहा। कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर नारेबाजी की।
By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 09 Jan 2019 11:02 AM (IST)Updated: Wed, 09 Jan 2019 11:02 AM (IST)
मेरठ, जेएनएन। सरकारी संस्थाओं के निजीकरण के विरोध में राष्ट्रीय जन संगठन मंच के बैनर तले बाइक रैली निकाली गई। कर्मचारियों ने बोम्बे बाजार स्थित एलआइसी कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया। प्रभात नगर और बोम्बे बाजार समेत अन्य एलआइसी कार्यालयों में कामकाज प्रभावित रहा।
दो दिनी हड़ताल
बैंक, बीमा कंपनियों, बीएसएनएल, आंगनबाड़ी और मेडिकल रीप्रेजेंटेटिव कर्मचारियों ने आठ जनवरी से दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया था। यूपी मेडिकल एंड सेल्स रीप्रेजेंटेटिव के धनंजय सिंह के नेतृत्व में ईव्ज चौराहे से बाइक रैली निकली। केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते बाइक रैली खूनी पुल, आबूलेन होते हुए बोम्बे बाजार पहुंची। संगठन के संयोजक संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि बैंकों का विलय कर सरकार वल्र्ड बैंक और आइएमएफ के दबाव में निजीकरण की कोशिश कर रही है। इसका विरोध किया जा रहा है।
बैंककर्मियों का उत्पीड़न
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के संयोजक प्रशांत शर्मा ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ करना स्थाई समाधान नहीं है, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करनी चाहिए। एनपीए की आड़ में बैंककर्मियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। इस दौरान आशीष गोयल, रविपाल सिंह सिरोही, संतोष परमार, कृष्णपाल सिंह, विजय शर्मा, अनुराग शर्मा, राकेश मोहन आदि मौजूद रहे।
रेलकर्मियों ने किया निजीकरण का विरोध
केंद्रीय नेतृत्व की अपील पर मंगलवार को सिटी स्टेशन परिसर में उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन ने गेट मीटिंग का आयोजन किया। लंच के समय हुई मीटिंग में मेरठ शाखा के अध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि नई पेंशन स्कीम और रेलवे के निजीकरण को किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। दर्शन सकलानी, मनोज कुमार, रविंद्र, सुनील कुमार, अंजू, सुदेश शर्मा, कुलदीप आदि मौजूद रहे।
दो दिनी हड़ताल
बैंक, बीमा कंपनियों, बीएसएनएल, आंगनबाड़ी और मेडिकल रीप्रेजेंटेटिव कर्मचारियों ने आठ जनवरी से दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया था। यूपी मेडिकल एंड सेल्स रीप्रेजेंटेटिव के धनंजय सिंह के नेतृत्व में ईव्ज चौराहे से बाइक रैली निकली। केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते बाइक रैली खूनी पुल, आबूलेन होते हुए बोम्बे बाजार पहुंची। संगठन के संयोजक संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि बैंकों का विलय कर सरकार वल्र्ड बैंक और आइएमएफ के दबाव में निजीकरण की कोशिश कर रही है। इसका विरोध किया जा रहा है।
बैंककर्मियों का उत्पीड़न
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के संयोजक प्रशांत शर्मा ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ करना स्थाई समाधान नहीं है, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करनी चाहिए। एनपीए की आड़ में बैंककर्मियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। इस दौरान आशीष गोयल, रविपाल सिंह सिरोही, संतोष परमार, कृष्णपाल सिंह, विजय शर्मा, अनुराग शर्मा, राकेश मोहन आदि मौजूद रहे।
रेलकर्मियों ने किया निजीकरण का विरोध
केंद्रीय नेतृत्व की अपील पर मंगलवार को सिटी स्टेशन परिसर में उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन ने गेट मीटिंग का आयोजन किया। लंच के समय हुई मीटिंग में मेरठ शाखा के अध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि नई पेंशन स्कीम और रेलवे के निजीकरण को किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। दर्शन सकलानी, मनोज कुमार, रविंद्र, सुनील कुमार, अंजू, सुदेश शर्मा, कुलदीप आदि मौजूद रहे।
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