खर्च का हिसाब न मिलने से रुका एस्ट्रोटर्फ का पैसा
कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बनाए जा रहे एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान का काम निर्मार्णाधीन एजेंसी की गलती के कारण ही रुका पड़ा है। मेरठ
मेरठ, जेएनएन। कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बनाए जा रहे एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान का काम निर्मार्णाधीन एजेंसी की गलती के कारण ही रुका पड़ा है। प्रोजेक्ट का निर्माण उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लि. यानी यूपीपीसीएल कर रही है। निर्माण एजेंसी को एस्ट्रोटर्फ के लिए आवंटित साढ़े पांच करोड़ में से पहली किस्त में मिले डेढ़ करोड़ रुपये का काम करने के बाद फरवरी में ही काम बंद कर दिया गया था। एजेंसी की ओर से पहली किस्त के खर्च का व्यौरा सही न देने के कारण ही केंद्र सरकार की ओर से दूसरी किस्त जारी नहीं की गई। मंगलवार को लखनऊ में निर्माण को लेकर हुई बैठक में इस पर चर्चा की गई और कमियों को अविलंब दूर करने को कहा गया है। खर्च का ब्यौरा केंद्र सरकार को भेजने के साथ ही उसे योजना के निर्माण पोर्टल पर भी अपलोड कराना होगा। तभी केंद्र सरकार की ओर धनराशि जारी की जाएगी।
यूपीपीसीएल के ठेकेदार की ओर से एस्ट्रोटर्फ न्यूजीलैंड से साल के शुरुआत में ही मंगा ली गई थी। एस्ट्रोटर्फ के करीब 35 बंडल स्टेडियम में ही रखे हुए हैं। इसके साथ ही अन्य जरूरी सामान भी स्टेडियम में मौसम की मार झेल रहे हैं। एस्ट्रोटर्फ हॉकी ग्राउंड 109.40 मीटर लंबा और 69 मीटर चौड़ा बनना है। ग्राउंड के चारों ओर एक मीटर चौड़ा ड्रेनेज सिस्टम होगा और उसके बाहर तीन मीटर का इंटरलॉकिंग रास्ता बनेगा। ग्राउंड पर पानी के छिड़काव के लिए स्प्रिंगलर सिस्टम के फुहारे लगेंगे। इसके अलावा वुशु एरिना के निकट बालक-बालिकाओं के लिए दो चेंजिंग रूम बनाया गया है।
इनका कहना है..
-एस्ट्रोटर्फ को लेकर लखनऊ में बैठक हुई है जिसमें खर्च के ब्यौरे से संबंधित कागजातों में कुछ कमियां मिली है। उसे सुधार कर जल्द ही प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
-आले हैदर, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी, मेरठ