तीन राज्यों में अरविंद का नेटवर्क, लेना पड़ता था अप्वाइंटमेट
अरविंद राणा उर्फ गुरुजी का तीन राज्यों में बड़ा नेटवर्क है। पंद्रह साल में अरविंद हजारों अभ्यर्थियों को नौकरी दिला चुका है। गैंग के लोगों को भी मिलने के लिए उससे अप्वाइंटमेट लेना पड़ता था। गत वर्ष उसने शामली में राणा कोचिंग सेंटर खोला था जिसमें विभिन्न परीक्षाओं के पेपर लीक कर अभ्यर्थियों से चार-चार लाख रुपये वसूले थे।
मेरठ, जेएनएन। अरविंद राणा उर्फ गुरुजी का तीन राज्यों में बड़ा नेटवर्क है। पंद्रह साल में अरविंद हजारों अभ्यर्थियों को नौकरी दिला चुका है। गैंग के लोगों को भी मिलने के लिए उससे अप्वाइंटमेट लेना पड़ता था। गत वर्ष उसने शामली में राणा कोचिंग सेंटर खोला था, जिसमें विभिन्न परीक्षाओं के पेपर लीक कर अभ्यर्थियों से चार-चार लाख रुपये वसूले थे।
एसटीएफ की पूछताछ के मुताबिक, अरविंद राणा को दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के लोग गुरुजी के नाम से जानते हैं। जांच में अरविंद के मोबाइल पर कई शीर्ष नेताओं और अफसरों की वाट्सएप चेट भी मिले हैं। इससे जाहिर है कि उसके नेटवर्क में नेता और अफसर भी हैं, जिनसे साठगांठ कर वह पेपर लीक कराता था। अरविंद ने बताया कि उसके गैंग में सौ से ज्यादा युवक जुड़े हैं, जो ग्राहक लाने के साथ-साथ परीक्षाओं में भी बैठते हैं।
भर्ती कराने की विभिन्न केटेगरी : अरविंद राणा ने भर्ती कराने के लिए भी कई केटेगरी बना रखी हैं। हर भर्ती में परीक्षा दिलाने और फिजिकल टेस्ट कराने के अलग-अलग रेट हैं। पूरी भर्ती प्रक्रिया पूरी कराने के लिए अलग रेट तय है। गैंग के सदस्य ग्राहक तलाशकर परीक्षा में पास कराने की गारंटी के साथ रकम वसूलते हैं।
अक्षरधाम कालोनी में खोल रखा था ऑफिस : अरविंद राणा को तीन राज्यों की पुलिस ढूंढ रही थी, लेकिन वह पल्लवपुरम की अक्षरधाम कालोनी में ऑफिस खोलकर रह रहा था। फिर भी पल्लवपुरम पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई। इनाम घोषित होने के बाद एसटीएफ ने उसे पकड़ लिया। पूछताछ में बताया कि अक्षरधाम कालोनी में ही बड़ी डील होती थी। अरविंद ने दिल्ली में भी एक ऑफिस खोल रखा था। सीओ ने बताया कि अरविंद की गिरफ्तारी के बाद फरार गैंग के बाकी सदस्यों की धरपकड़ की जा रही है।