कांवड़ यात्रा की निगरानी करेगी सेना
मेरठ। कांवड़ यात्रा के दौरान जिला प्रशासन की तमाम तैयारियों के साथ ही सेना की ओर से भी
मेरठ। कांवड़ यात्रा के दौरान जिला प्रशासन की तमाम तैयारियों के साथ ही सेना की ओर से भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। प्रमुख जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही इंटेलिजेंस के जवान भी कांवड़ियों के बीच तैनात किए जाएंगे। यह निर्णय शनिवार को पश्चिमी यूपी सब-एरिया मुख्यालय में हुई सुरक्षा बैठक में लिया गया। डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर सुशील मान की अगुवाई में हुई बैठक में सेना के तमाम आला अधिकारियों के साथ ही जिला प्रशासन, पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, कैंट बोर्ड व औघड़नाथ मंदिर प्रबंधन समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे।
भीड़ में मौजूद रहेंगे जवान
कावड़ियों को किसी तरह की परेशानी न हो और हर छोटे झगड़े को तुरंत शांत करने के लिए सभी प्रमुख जगहों पर जवान सादे लिबास में कांवड़ियों के बीच में रहेंगे। इसी तरह छावनी क्षेत्र में ट्रैफिक डायवर्जन को भी सख्ती से पालन करने को कहा गया है। यह जानकारी सेना से सिविलियन तक पहुंचाने को कहा गया है, जिससे किसी भी स्तर पर पुलिस व सेना में टकराव की स्थिति न बने। छावनी क्षेत्र को पांच जोन व 11 सेक्टर में विभाजित किया गया है। छावनी में सेना 29 जुलाई से पांच अगस्त तक ब्लू अलर्ट और छह से नौ अगस्त तक आरेंज अलर्ट पर रहेगी।
बिजली चोरी पर होगी सख्त कार्रवाई
छावनी क्षेत्र में मंदिर से रुड़की रोड की ओर टेंट लगाने के आवेदन आ चुके हैं। पिछले साल 15 टेंट लगे थे, जबकि इस साल अभी तक 19 आवेदन आ चुके हैं। 13 को एनओसी मिल चुकी है। अन्य आवेदनों को एडीएम सिटी की ओर से बढ़ाने पर सेना एनओसी देगी। टेंट लगाने वाली संस्थाओं को जेनरेटर की व्यवस्था रखनी होगी। सेना की बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी और उनका कनेक्शन काट कर टेंट हटा दिया जाएगा।
हर सौ मीटर पर रूट मैप
छावनी क्षेत्र में हर सौ मीटर पर रूट मैप लगाया जाएगा, जिससे कांवड़िये भटककर अन्य रास्ते पर न जाएं। इसके अलावा मंदिर के आस-पास के क्षेत्र में लगने वाले शिविरों में आने वाले कांवड़ियों के लिए शौचालय व पानी की व्यवस्था बढ़ाई जाएगी।