ट्यूबवेल की आड़ में चल रही थी असलाह फैक्ट्री
ट्यूबवेल की आड़ में चल रही थी असलाह फैक्ट्री
मेरठ, जेएनएन। इंचौली थाना क्षेत्र के बिसौला गांव के जंगल में स्थित एक ट्यूबवेल की आड़ में चल रही असलाह फैक्ट्री को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर वहां से भारी मात्रा में असलाह बरामद किया है। आरोपितों में एक किसान का बेटा है, जिसकी ट्यूबवेल में फैक्ट्री चल रही थी।
इंचौली पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने बिसौला गाव निवासी पिंकल की ट्यूबवेल पर छापा मारा। ट्यूबवेल के कमरे में असलाह फैक्ट्री चल रही थी। पुलिस ने मौके से पिंकल और उसके दो साथियों को पकड़ लिया और 20 से ज्यादा हथियार व उपकरण बरामद किए। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हथियार सप्लाई के आर्डर मिल रहे हैं। सबसे ज्यादा हथियार का आर्डर गाजियाबाद जिले के मुरादनगर से मिला है। वहा पहले भी हथियारों की सप्लाई की जा चुकी है। पुलिस ने मुरादनगर में दबिश देकर हथियार खरीदने वाले एक आरोपित को पकड़ लिया है। इसके बाद पुलिस ने तमंचे बनाने वाले मिस्त्री की गिरफ्तारी को फलावदा में दबिश दी, जो पुलिस की छापामारी के दौरान मौके से भाग गया।
छह माह से ट्यूबवेल में चल रही थी फैक्ट्री
ट्यूबवेल में पिछले छह माह से हथियार बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। फलावदा निवासी मिस्त्री रात में आकर हथियार बनता था। दिन में वहा से भैंसा-बुग्गी में हथियारों को डालकर गाव लाया जाता था और सप्लाई दी जाती थी। जाच में सामने आया है कि मुरादनगर निवासी युवक हथियारों की सबसे ज्यादा सप्लाई कर रहा था।
पाच हजार में तमंचा, 15 में पिस्टल
तमंचे की कीमत पाच हजार और पिस्टल की 15 हजार रखी हुई थी। आरोपितों ने बताया कि उनकी सप्लाई एनसीआर और उत्तराखंड में भी जा रही थी। उनके साथ कई सप्लायर जुड़े हैं। उनके आर्डर पर ही हथियार बनाए जाते हैं। एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि अभी चार आरोपितों को पकड़ा है। खरीदारों और मिस्त्री की तलाश की जा रही है। सोमवार को मामले का विधिवत राजफाश किया जाएगा।