बिजनौर में बोलीं आरफा खानम, गुंडागर्दी और दुष्कर्म मामलों में जेल जाने से बेहतर है, जनहित की लड़ाई लड़ते हुए जाना
आरफा खानम एडवोकेट ने कहा कि गुंडागर्दी और दुष्कर्म मामलों में जेल जाने से बेहतर है कि जनता के हक की लड़ाई लड़ते हुए जेल जाएं। शाहीन बाग बुलडोजर प्रकरण में मीडिया में छाई रहीं कांग्रेस पार्टी से जुड़ीं आरफा खानम का जोरदार स्वागत किया गया।
बिजनौर, जागरण संवाददाता। आरफा खानम एडवोकेट ने कहा कि गुंडागर्दी और दुष्कर्म मामलों में जेल जाने से बेहतर है कि जनता के हक की लड़ाई लड़ते हुए जेल जाएं। शाहीन बाग बुलडोजर प्रकरण में मीडिया में छाई रहीं कांग्रेस पार्टी से जुड़ीं आरफा खानम का यहां मोहल्ला अफगानान स्थित अपनी सुसराल पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया।
मीडिया से बातचीत में आरफा खानम ने कहा कि, मेरे ऊपर शाहीन बाग प्रकरण में तीन मुकदमे दर्ज हुए हैं। हक की लड़ाई लड़ते हुए जेल गई, तो ये मेरे लिए फख्र की बात होगी। दिल्ली में उनका अपना एक एनजीओ है। जिसके तहत वह रोजाना गरीब, अनाथ, झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को दो घंटा पढ़ाती हैं। कोरोना काल में जिन बच्चों ने अपने घर का मुखिया खो दिया है, उस परिवार को एनजीओ की ओर से प्रतिमाह 1700 रुपये दिए जाते हैं।
ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में उनका कहना था कि सरकार हिंदू-मुस्लिम के बीच खाई पैदा करने का षड्यंत्र रच रही है। सरकार भले ही बुलडोजर चलाए, लेकिन संवैधानिक तरीके से। असंवैधानिक तरीके से बुलडोजर चलाने का भरपूर विरोध किया जाएगा। आरफा खानम के ससुर वरिष्ठ कांग्रेसी मुबस्सिर जमा खान, मुजक्किर जमा खान व मुदस्सिर जमा खान, शल्ली खान आदि मौजूद थे।