स्वरोजगार के लिए करें आवेदन, सरकार देगी 15 लाख का ऋण
उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम ने युवाओं को काबिल बनाने के लिए स्वरोजगार शुरू कराने की योजना शुरू की है। योजना के तहत आवेदक को 25 हजार से 15 लाख तक की ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
मेरठ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम ने युवाओं को काबिल बनाने के लिए स्वरोजगार शुरू कराने की योजना शुरू की है। योजना के तहत आवेदक को 25 हजार से 15 लाख तक की ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। आवेदक को 10 दिसंबर तक योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन करना होगा।
अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम लिमिटेड के जिला प्रबंधक मौ. मुश्ताक अहमद ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्व रोजगार योजना के तहत युवाओं को स्वरोजगार के लिए संसाधन उपलब्ध कराएं जाएंगे। इसके लिए आवेदक को पूरी प्रक्रिया कर आवेदन करना होगा। जिला प्रबंधक ने बताया कि अनुसूचित जाति के गरीबी की रेखा से नीचे वाले परिवारों के उत्थान के लिए योजना शुरू की गई है। योजना के तहत 25 हजार से लेकर 15 लाख तक की ऋण सुविधा आवेदक को विभिन्न वर्गों में उपलब्ध कराई जाएगी। योजना के तहत बड़े बजट से कृषि एवं अकृषि क्षेत्र की परियोजनाएं वित्त पोषित की जाती है। इसके अलावा टेलरिग शाप, नगरीय क्षेत्र दुकान निर्माण, लांड्री एवं ड्राईक्लीनिंग, बिजनेस कोरेसपोंडेंट, आटा-मसाला चक्की योजना आदि के तहत ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। आवेदक की वार्षिक आय नगरीय क्षेत्र में 56,460 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 46,080 से अधिक नहीं होनी चाहिए। पूर्व में कोई शासकीय अनुदान प्राप्त न किया हो आदि प्रक्रिया को पूरा करना करना होगा।
साइबर जागरूकता दिवस पर हुई पोस्टर प्रतियोगिता
मेरठ : साइबर अपराधियों के लिए इंटरनेट एक बड़ा प्लेटफार्म बन गया है, जहां वह नए- नए तरीके से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। साइबर अपराधियों से सबसे अधिक महिलाएं पीड़ित हो रहीं हैं। मंगलवार को चौधरी चरण सिंह विवि के विधि विभाग में साइबर जागरूकता दिवस पर हुई पोस्टर प्रतियोगिता में वक्ताओं ने यह बात कही। विधि विभाग के समन्वयक डा. विवेक कुमार ने बताया कि महिलाओं और बालिकाओं के साथ सबसे अधिक साइबर क्राइम की घटनाएं हो रहीं हैं। अपराधी जिन तरीकों को अपना रहे हैं, उससे हर व्यक्ति को जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने पोस्टर मेकिग प्रतियोगिता की थीम पर साइबर कानून और सरकार से संचालित अभियानों को बताया। प्रतियोगिता में बीएएलएलबी, एलएलएम के प्रतिभागियों ने साइबर क्राइम के विभिन्न आयामों पर पोस्टर बनाए। संयोजक डा. कुसुमवती, आशीष कौशिक, सुदेशना, डा. विकास कुमार, अपेक्षा चौधरी, डा. धनपाल, सुशील कुमार शर्मा आदि उपस्थित रहे।