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गणतंत्र दिवस पर देश को दहलाने की एक और साजिश नाकाम

गणतंत्र दिवस पर देश को दहलाने की साजिश रचने का भंडाफोड़ हुआ है। एनआइए ने मेरठ से जिन दो संदिग्धों को पकड़ा है उनके मंसूबे बड़े खतरनाक थे।

By Ashu SinghEdited By: Published: Mon, 14 Jan 2019 11:27 AM (IST)Updated: Mon, 14 Jan 2019 11:27 AM (IST)
गणतंत्र दिवस पर देश को दहलाने की एक और साजिश नाकाम
गणतंत्र दिवस पर देश को दहलाने की एक और साजिश नाकाम
मेरठ, [पंकज तोमर]। पश्चिमी उप्र में आतंकी गतिविधियों के चलते गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से पूछताछ के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने बड़ा राजफाश किया है। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) का एक मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम गणतंत्र दिवस पर देश को दहलाने की साजिश रच रहा था, जिसे समय रहते नाकाम कर दिया गया। सुरक्षा एजेंसियों ने रविवार को इनपुट दिया कि आइएस की नजर दिल्ली-एनसीआर और पउप्र पर है। यहां के युवाओं को अपने मॉड्यूल में भर्ती कर नापाक मंसूबों में कामयाब होना चाहता है।
मेरठ से दो गिरफ्तारी
अमरोहा और मेरठ समेत कई जगह छापामारी कर एनआइए कई संदिग्ध गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें मेरठ के राधना गांव का नईम और जसौरा का अफसार भी शामिल है। एनआइए सूत्रों की मानें तो संदिग्धों के मोबाइल, किताबें व अन्य सामग्री से स्पष्ट हो गया कि आत्मघाती हमले की पटकथा लिखी जा चुकी थी। दिल्ली के अलावा उत्तर भारत में भीड़भाड़ वाले स्थानों, सरकारी प्रतिष्ठानों व अन्य कई स्थानों पर गणतंत्र दिवस के दिन सीरियल ब्लास्ट करने की योजना थी। एनआइए को एक संदिग्ध के मोबाइल और बैग में कुछ ऐसे तथ्य हाथ लगे हैं जो देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए खतरनाक है। उधर, देर रात चर्चा रही कि अफसार को छोड़ दिया, लेकिन पुष्टि नहीं हो सकी।

18 जनवरी को पहुंच जाती रूपरेखा
सूत्रों की मानें तो आइएस का नया मॉड्यूल 18 जनवरी तक सभी संदिग्धों को हमले वाले स्थानों की रूपरेखा भेजने वाला था। कुछ संदिग्धों को चिह्न्ति स्थानों की सूची भेज भी दी गई है।
सुसाइड व लाइफ जैकेट
सीरियल ब्लास्ट के लिए लाइफ व सुसाइड जैकेट को भी बनाने की तैयारी की जा रही थी। यदि ब्लास्ट करने वाला आतंकी कहीं फंस जाए तो वह सुसाइड जैकेट से खुद को मार सके। यदि कहीं बचना है तो वह लाइफ जैकेट पहनकर वहां से निकल जाए। नईम, अफसार व हापुड़ के वैट गांव निवासी शाकिब को भी इस बाबत जानकारी देने की चर्चा है।
नईम व अफसार का भी ब्रेन वॉश तो नहीं
एनआइए का दावा है कि आइएस पढ़े-लिखे युवाओं को इस्लाम खतरे में है बताकर जेहादी बना रहा है। सोशल मीडिया व सोशल साइट्स के जरिए उन्हें देश के प्रति भड़काता है। इसकी जिम्मेदारी नए मॉड्यूल को दी गई है। जांच की जा रही है कि नईम व अफसार का भी तो ब्रेन वॉश नहीं किया गया है।
भेजी गई अल अवलाकी व आजम की किताब
जांच एजेंसियों ने साफ कर दिया है कि आइएस द्वारा आतंकियों की नई भर्ती के लिए युवाओं को अनवर अल अवलाकी व अब्दुल्ला आजम की किताबें भेजी गईं, ताकि उन्हें पढ़कर युवा उकसावे में आकर जेहाद का रास्ता अपना लें।

राधना के दो भाइयों पर आतंकियों को हथियार बेचने का शक
जिले में आतंकी गतिविधियों की लगातार परत-दर-परत खुलती जा रही है। अब सामने आ रहा है कि राधना के दो भाइयों ने आतंकियों को हथियार बेचे थे। दोनों फरार हैं। किठौर के गांव राधना निवासी नईम की गिरफ्तारी के बाद एनआइए यहां डेरा डाले हुए है। एनआइए ने राधना के दो भाई मतलूब व महबूब पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एनआइए के हाथ कुछ ऐसे तथ्य लगे हैं जिसमें वह संदिग्ध प्रतीत हो रहे हैं। एनआइए को संदेह है कि दोनों भाइयों ने आतंकियों को हथियार बेचे थे। कई बार संदिग्ध लोग राधना में उनसे मिलने भी आए। एनआइए ने दोनों से पूछताछ करनी चाही लेकिन वे फरार हो गए। चर्चा है कि वह सरेंडर करने की फिराक में हैं।
यहां दर्जनों घरों में बनते हैं हथियार
हथियार बनाने को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाला करीब 18 हजार लोगों की आबादी वाला गांव राधना इस बार आतंकी गतिविधियों के कारण चर्चा में है। गांव में चार दर्जन से अधिक घरों में हथियार बनाए जाते हैं, जिसे पश्चिमी उप्र के अलावा आसपास के राज्यों में भी बेचा जाता है। एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि एनआइए को जिस पर भी संदेह होता है वह उससे पूछताछ करती है। दोनों भाइयों पर भी संदेह है। यदि वह निदरेष नहीं हैं तो अपना बयान दर्ज करा दें।
अफसार के परिचित भी भूमिगत
अफसार की गिरफ्तारी के बाद से उसके परिचित भी भूमिगत हो गए हैं। उसके परिवार वालों से भी लोगों ने दूरी बना ली है। शनिवार को संदिग्ध गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किए गए जसौरा निवासी अफसार के घर तथा अजराड़ा में उसके मामा के घर छापामारी कर एनआइए ने एक बैग, मोबाइल व अन्य सामान बरामद किया था। कुछ दिन पूर्व तक अफसार के संपर्क में रहने वाले कई युवक खौफ के चलते जहां भूमिगत हो गए हैं।
छलक उठा पिता का दर्द
अफसार के पिता सरफराज ने कहा कि उनका बेटा बेगुनाह है। शाकिब से दोस्ती होने के कारण उनके बेटे के नाम एनआइए ने नोटिस भेजा। उन्होंने खुद अफसार को एनआइए के सुपुर्द किया। यदि वह दोषी होता तो क्या खुद सुपुर्द करने जाते।
इनका कहना है 
एनआइए को इनपुट मिला था कि देश को दहलाने की साजिश रची जा रही है। इसलिए जांच करते-करते एनआइए मेरठ पहुंची और दो संदिग्धों को उठा लिया। इससे ज्यादा एनआइए ने पुलिस से कोई चर्चा नहीं की।
-राजेश कुमार, एसपी देहात

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