गुस्साए हड़ताली अधिवक्ताओं ने डीएम ऑफिस में किया हंगामा, 24 घंटे का दिया अल्टीमेटम Meerut News
12 दिन बाद भी कोई निर्णय न लेने से गुस्साए अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। डीएम ऑफिस में जमकर नारेबाजी व हंगामा किया।
मेरठ, जेएनएन। कचहरी परिसर से कामर्शियल कोर्ट को एल 55 शास्त्रीनगर ले जाने के विरोध में हड़ताली अधिवक्ताओं का आक्रोश मंगलवार को फूट पड़ा। 12 दिन बाद भी कोई निर्णय न लेने से गुस्साए अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। डीएम ऑफिस में जमकर नारेबाजी व हंगामा किया। साथ ही डीएम का घेराव भी किया।
निर्णय न लेने से अधिवक्ता नाराज
अधिवक्ताओं में इस बात को लेकर नाराजगी थी कि गत 28 नवबंर से कामर्शियल कोर्ट के स्थानांतरण के विरोध में हड़ताल चल रही है, लेकिन जिला प्रशासन ने अभी तक इस मामले में कोई निर्णय नहीं लिया है। उन्होंने एलान किया कि जब तक इस मामले में फैसला नहीं होगा डीएम ऑफिस से बाहर नहीं जाएंगे। इस दौरान कुछ अधिवक्ताओं ने अपनी मर्यादा भी लांघी। उन्होंने डीएम के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
डीएम का घेराव
नारेबाजी व हंगामे के बीच जब डीएम अनिल ढींगरा उठकर अपने दूसरे चेंबर में जाने लगे तो अधिवक्ता उनके पीछे ही चल दिए और जमकर नारेबाजी और हंगामा किया। उन्होंने कहा कि वह उन्हें कहीं भी नहीं जाने देंगे जब तक इस मामले पर कोई निर्णय नहीं होगा। अधिवक्ताओं के हंगामे व नारेबाजी के बीच डीएम ने आश्वासन दिया कि शासन से उनको इस बाबत आदेश प्राप्त हो गया है कि अब शास्त्रीनगर में कॉमर्शियल कोर्ट की स्थापना नहीं होगी। दोपहर में इस मामले को लेकर वह जिला जज नलिन कुमार श्रीवास्तव से वार्ता करेंगे। उनसे वार्ता के बाद जो निर्णय ले जाएगा। उन्हें अवगत करा दिया जाएगा। इसके बाद ही अधिवक्ता शांत हुए। साथ ही वापस लौट गये।
24 घंटे का दियाा अल्टीमेटम
मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मांगेराम ने बताया की कामर्शियल कोर्ट पर निर्णय लेने के लिए जिला प्रशासन को अधिवक्ताओं ने 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। इस मामले को लेकर बुधवार को सुबह 10:30 बजे फिर आम सभा बुलाई गई है। इस आमसभा में आगे की रणनीति तय होगी।