पल्लवपुरम कूड़े से भरा था और जनता गुस्से से
नगर निगम की उपेक्षा की शिकार पल्लवपुरम की जनता का गुस्सा गुरुवार को दैनिक जागरण के विशेष सफाई अभियान में फूट पड़ा। कालोनी के निवासियों तथा वरिष्ठ नागरिकों ने निगम अफसरों कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगाये। जिनपर सरधना विधायक संगीत सोम ने निगम अफसरों को आड़े हाथ लिया तथा जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया।
मेरठ। नगर निगम की उपेक्षा की शिकार पल्लवपुरम की जनता का गुस्सा गुरुवार को दैनिक जागरण के विशेष सफाई अभियान में फूट पड़ा। कालोनी के निवासियों तथा वरिष्ठ नागरिकों ने निगम अफसरों कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगाये। जिनपर सरधना विधायक संगीत सोम ने निगम अफसरों को आड़े हाथ लिया तथा जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया। नगर आयुक्त मनोज चौहान ने अपने सामने वहां सफाई कार्य कराया तथा बाकि समस्याओं के समाधान का वादा किया। जिस पर जनता मान गई।
पल्लवपुरम को नया मेरठ का नाम दिया जाता है। एमडीए ने यह कालोनी विकसित की लेकिन वहां रहने वाले लोगों की जनसुविधाओं का कोई ध्यान नहीं रखा। कालोनी नगर निगम के वार्ड 27 और 57 का हिस्सा है। लेकिन नगर निगम प्रशासन ने भी कालोनी की सुध नहीं ली। गुरूवार को यहां दैनिक जागरण ने विशेष सफाई अभियान स्वच्छ मेरठ, स्वस्थ मेरठ चलाया। नगर निगम के कर्मचारियों की टीम नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. कुंवरसैन तथा सफाई निरीक्षक विपिन कुमार के निर्देशन में सफाई में जुटी तो स्थानीय लोगों ने पल्लवपुरम रेजीडेंट वैलफेयर सोसायटी के बैनर तले उनका विरोध कर दिया। लोगों का आरोप था कि निगम अफसरों के पास वे चक्कर लगाकर थक चुके हैं। उन्हें अफसर नहीं मिलते, मिल जाते हैं तो झूठे वादे करके उन्हें बहका दिया जाता है। पूरी कालोनी गंदगी से अटी है। इसी बीच अभियान के मुख्य अतिथि के रूप में सरधना विधायक संगीत सोम वहां पहुंचे। नागरिकों ने उनके सामने समस्याएं रखी। जिसपर विधायक ने निगम अफसरों से नाराजगी जताई तथा जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया। इस दौरान नगर आयुक्त मनोज चौहान ने लोगों की समस्याएं सुनी। अपने सामने सफाई कराई, चूना डलवाया और अन्य समस्याओं के समाधान का वादा किया। जिसके बाद लोग शांत हुए।
पल्लवपुरम की प्रमुख समस्याएं
- कालोनी के दोनों फेज में सफाई कर्मियों की किल्लत है। वे न सफाई करते हैं न कूड़ा उठाते हैं।
- नालियां कूड़े से अटी, सड़कों पर कूड़े के ढेर लगे हैं।
- पार्को का हाल बेहाल है। उनमें घास उगी है तथा फुटपाथ, झूले आदि सुविधाएं नहीं हैं।
- कूड़ा खाली प्लाटों में भरा है। कालोनी के बीचोबीच स्थित इन प्लाटों में झाड़ियां उग आई हैं।
- सीवर लाइन अटी रहती है। जिससे पानी घरों में उबलता है।
- स्ट्रीट लाइटें बड़ी संख्या में खराब हैं।
- गंदगी से मच्छर और बीमारियां फैल रही हैं।
- हैंडपंप खराब पड़े हैं।
- डोर टू डोर वाली गाड़ी पूरे क्षेत्र में नहीं जाती है।
- मार्केट में शौचालय नहीं है।
सफाई कर्मचारी बढ़े और उनका वेतन भी
इस दौरान नगर आयुक्त मनोज चौहान ने फेज दो में सफाई कर्मियों की संख्या को सात से बढ़ाकर दस करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कालोनी के पार्को को निगम संवार देगा लेकिन सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को हम नहीं लेंगे। उन्होंने बाजार में सार्वजनिक शौचालय बनवाने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने बताया कि आउटसोसिौंग सफाई कर्मियों का वेतन बढ़ाकर 10,600 किया जा रहा है लेकिन उसके लिए कर्मचारियों को नियमानुसार काम करना होगा।