मेरठ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मानदेय बताया नाकाफी, बढ़ाने की मांग
मवाना में मानदेय न बढ़ने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने रोष व्यक्त किया। उन्होंने तहसील पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इसमें मानदेय बढ़ाने के साथ-साथ अन्य मांगों को भी पूरा करने की मांग की गई। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
मेरठ, जेएनएन। मवाना में आंगनबाड़ी वर्क्स यूनियन के बैनर तले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को तहसील पहुंचकर एसडीएम सौम्या गुरुरानी से भेंट की। उन्होंने अपने मानदेय को नाकाफी बताते हुए बढ़ाने की मांग की। उन्होंने एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
संगठन की प्रदेश अध्यक्ष सायमा जमीर के नेतृत्व में गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम सौम्या गुरुरानी के सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि मुख्यमंत्री द्वारा फरवरी 2019 में वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से 1500 रुपये मानदेय वृद्धि की घोषणा की थी। अपनी चुनावी घोषणा के अनुरूप वर्ष 2022 तक 10 हजार रुपये मानदेय करने का वायदा भी किया था। साल बीत गया और बढ़ोतरी तो दूर बढ़ाए गये पंद्रह सौ रुपये भी अभी मिलने शुरू नहीं हुए। ब्लाक अध्यक्ष ऋतु चौहान ने बताया कि पोषाहार के स्थान पर लागू की गई राशन योजना चलाई गई है। इसका प्रचार प्रसार भी लगातार किया जा रहा है, लेकिन गत पांच माह से एक भी दिन लाभार्थी को इसे नहीं दिया गया है। जिस कारण क्षेत्र में विरोध झेलना पड़ रहा है। ज्ञापन में मानदेय बढ़ोत्तरी कराने, लाभार्थियों को राशन दिलाने व वर्ष 2016-17 का बीएलओ का पारिश्रमिक दिलाने की मांग की गई। ज्ञापन सौंपने देने वालों में रीता चौहान, शांति, किरन, रूचि गुप्ता, गुलिस्ता, सोनिका राणा, ज्योति वर्मा, बबीता शर्मा, तुलसी, सुनीता, लीलावती, सत्यवती, पूनम, सुमन, अंजना, सोनिया आदि मौजूद रहीं।