Smog : बढ़ते वायु प्रदूषण, धुंध के कारण बागपत और मेरठ में दो दिन बंद रहेंगे स्कूल
प्रदूषण का बड़ा असर होने के कारण बागपत तथा मेरठ में सभी स्कूल दो दिन तक यानी 14 व 15 नवंबर तक बंद रहेंगे। इसका आदेश मेरठ व बागपत के जिलाधिकारियों ने जारी कर दिया है।
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बढ़ते प्रदूषण ने मेरठ, हापुड़ और बागपत को भी अपनी चपेट में ले लिया है। प्रदूषण का बड़ा असर होने के कारण बागपत तथा मेरठ में सभी स्कूल दो दिन तक यानी 14 व 15 नवंबर तक बंद रहेंगे। इसका आदेश मेरठ व बागपत के जिलाधिकारियों ने जारी कर दिया है।
मेरठ के डीएम डीएम अनिल ढींगरा ने 14 व 15 नवंबर को जिले के कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए हैं। प्रदूषण की समस्या के चलते यह आदेश देर रात जारी किए गए। बुधवार रात्रि करीब 11:15 बजे यह निर्देश जारी किए गए हैं। इससे पहले जिलाधिकारी ने अपने आदेश में 14 तारीख को सभी स्कूल खुले होने के निर्देश जारी किए थे। देर रात आदेश में संशोधन करते हुए 14 व 15 नवंबर को जिले के सभी स्कूलों को बंद रखने के निर्देश जारी किए गए। जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने बताया कि संपूर्ण एनसीआर में वातावरण में उपस्थित स्मॉग के दृष्टिगत जनपद मेरठ में संचालित समस्त बोर्ड के कक्षा 12 तक के स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने इस संदर्भ में जिला विद्यालय निरीक्षक मेरठ व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मेरठ को निर्देशित किया कि वह यह सुनिश्चित करें कि जनपद मेरठ में दो दिन 14 व 15 नवंबर 2019 को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, आईसीएसई बोर्ड सीबीएसई बोर्ड मदरसा बोर्ड आदि सभी कक्षा 12 तक के स्कूल बंद रहेंगे। इन आदेशों का अनुपालन कड़ाई से सुनिश्चित किया जाएगा तथा उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
बागपत की जिलाधिकारी शकुंतला गौतम ने भी स्मॉग के कारण जिले के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, आईसीएसई बोर्ड सीबीएसई बोर्ड मदरसा बोर्ड आदि के सभी स्कूल दो दिन तक बंद रखने का निर्देश दिया है। बढ़ते प्रदूषण के स्तर के बीच 14 और 15 नवंबर को बागपत जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे। यहां के वातावरण में फैली जहरीली हवा काफी घातक होती जा रही है। यहां प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) काफी बढऩे के कारण जिला प्रशासन को सूचना दी थी। लोगों को सांस लेने में काफी परेशानी होने लगी थी। जो स्वास्थ्य के लिए सही संकेत नहीं है।