डीएमए में कक्षा छह व नौवीं में दाखिले का मौका बाकी
सत्र 2020-21 के लिए तमाम स्कूलों में दाखिले की दौड़ जोर-शोर से चल रही है। कहीं चयनित बच्चों की सूची जारी की जा रही है तो कहीं जारी सूची के अनुरूप बच्चों के दाखिले चल रहे हैं। इस कड़ी में मोदीपुरम स्थित दयावती मोदी एकेडमी में भी दाखिले की प्रक्रिया चल रही है।
मेरठ, जेएनएन। सत्र 2020-21 के लिए तमाम स्कूलों में दाखिले की दौड़ जोर-शोर से चल रही है। कहीं चयनित बच्चों की सूची जारी की जा रही है तो कहीं जारी सूची के अनुरूप बच्चों के दाखिले चल रहे हैं। इस कड़ी में मोदीपुरम स्थित दयावती मोदी एकेडमी में भी दाखिले की प्रक्रिया चल रही है। स्कूल में कक्षा नर्सरी, कक्षा एक, छह और नौवीं में दाखिले होते हैं। आगामी सत्र के लिए कक्षा नर्सरी में 75 और कक्षा एक में 100 सीटों के लिए दाखिले की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इन कक्षाओं में दाखिला बच्चों से साक्षात्कार के आधार पर होता है। स्कूल में अभी भी बच्चों को कक्षा छह और कक्षा नौवीं में दाखिले का अवसर मिल सकता है।
कक्षा छह और नौवीं में दाखिले के लिए स्कूल में रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं। स्वजन रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन या ऑफलाइन भी करा सकते हैं। छठीं और नौवीं में दाखिले के लिए पंजीकृत बच्चों का दाखिला प्रवेश परीक्षा के जरिए होगा। प्रवेश परीक्षा अप्रैल महीने के प्रथम सप्ताह में पहले शनिवार को होगा। प्रवेश परीक्षा में रिजल्ट के आधार पर मेरिट बनाई जाएगी। सीट के सापेक्ष मेरिट में आने वाले बच्चों व उनके माता-पिता से बातचीत के आधार पर चयनित किया जाएगा। कक्षा 11वीं में बच्चों का दाखिला 10वीं की बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद होगा।
बच्चों को मिलती है भविष्य की पढ़ाई
डीएमए में छोटे बच्चों को भविष्य के लिहाज से पढ़ाई व तैयारी कराई जा रही है। इसमें छोटे बच्चों को रोबोटिक्स और आर्टीफिसियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई व ट्रेनिंग कराई जा रही है। स्कूल में व्याप्त रोबोटिक्स लैब में अपनी सोच को विकसित करने का अवसर मिलता है जिससे बच्चे में रचनात्मकता बढ़े और वह अपनी सोच के अनुरूप रोबोटिक्स में नई चीजें विकसित कर सकें।
किताबें हटी, टैबलेट आया
बच्चों के कंधे से किताबों का भारी बोझ कम करने के लिए स्कूल में टैबलेट से पढ़ाई शुरू कर दी गई है। बच्चों को ई-कंटेंट के जरिए स्कूल में पढ़ाने के साथ ही उन्हें ऑनलाइन होमवर्क प्रदान किए जाते हैं। स्कूल में हेल्थ एवं फिजिकल एजुकेशन के तहत हर बच्चे को आधे घंटे के लिए हर दिन शारीरिक श्रम वाली गतिविधियों से अनिवार्य रूप से जोड़ा जा रहा है। नए सत्र में स्कूल में एनसीसी भी शुरू हो रहा है जिससे बच्चों में अनुशासन बढ़ाया जा सके।