Ram Mandir Bhomi Poojan: शहरभर में गूंजा एक नारा-एक नाम...जय सिया राम Meerut News
लोक आस्था के नायक भगवान राम के दिव्य मंदिर के शिलान्यास की बेला है। पांच सौ कोस दूर अयोध्या में एक महान मुहूर्त की लालिमा गाढ़ी हो रही है। शहरभर में जय सिया राम की गूंज रही।
मेरठ, जेएनएन। लोक आस्था के नायक भगवान राम के दिव्य मंदिर के शिलान्यास की बेला है। पांच सौ कोस दूर अयोध्या में एक महान मुहूर्त की लालिमा गाढ़ी हो रही है। दुनियाभर के रामभक्त आस्था की बारिश में सराबोर हैं। टीवी पर अयोध्या लाइव होकर दुनिया से संवाद में मशगूल है। सरयू की लहरों पर अलौकिक इतिहास आकार ले रहा है...। रोमांच से लैस मैं भी मेरठ की आंखों में झांकने और क्रांतिधरा से संवाद करने निकल पड़ा।
...घर-घर में लहराई राम नाम की पताका
बाजारों की चहल-पहल को दरकिनार करते हुए मैं आगे बढ़ रहा हूं। न कोई नारेबाजी न कोई शोरगुल। आस्था की महागूंज आंखों के रास्ते अंर्तमन पर दस्तक दे रही है। पुल से उतरते हुए आखें शिवमंदिर पर टिकीं। श्रीराम लिखी सैकड़ों पताकाएं हवा में लहरा रही थीं। कई स्थानों पर पूजा पाठ और रामचरित मानस की चौपाइयां सुनाई पड़ीं। हवा में अपार ऊर्जा समाई है। दुकानों पर लगी छोटी भगवा पताकाएं बता रही थीं कि अयोध्या में सरयू की लहरों पर जो इतिहास लिखा जा रहा है, उसमें हम सब भी सहभागी हैं। माधवपुरम स्थित हनुमान मंदिर में भक्तों की संख्या ज्यादा थी। ये राम मंदिर के लिए पवनसुत से आशीर्वाद मांगने गए थे। घंटाघर के पास बाजार में भीड़ के साथ अनुशासन था। बुढ़ाना गेट स्थित हनुमान मंदिर परिसर से दो सौ मीटर आगे तक लहराती पताकाएं बता रही थीं कि भारत की कुंडली में कोई अत्यंत शुभ मुहूर्त प्रवेश कर चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संतों के मंत्रोच्चार के बीच राम मंदिर का शिलान्यास किया।
...हजारों वर्ष का दर्द गायब, गौरवगाथा की नींव
मंदिर के पास खड़े संत ने पताकाओं को निहारते हुए बताया कि राम मंदिर के लिए पांच सौ वर्षों में कई पीढियां समाप्त हो गईं। भगवान राम जिस नगरी में पैदा हुए और जहां जलसमाधि ली, वहां पर उमड़े जनसैलाब ने अगले हजारों वर्षों की गौरवगाथा की नींव रख दी है। दुकानदारों ने प्रतिष्ठानों पर भगवान राम के नाम की पताकाएं लगा दी हैं। सदर बाजार में श्रीराम लिखी भगवा पताकाओं के बीच से गुजरने पर लगा कि आस्था की ऊंची दीवारों के बीच से गुजर रहे हैं। सदर के हनुमान मंदिर पर कई भक्त मत्था टेक रहे हैं। सिंदूरी रंग में विराजमान भगवान हनुमान के चारों ओर उनके आराध्य भगवान श्रीराम का नाम लिखा हुआ है। दर्शन करके निकल रहे निशांक गर्ग कहते हैं, श्रीराम तक पहुंचना है तो हनुमान से मिलकर ही जाना होगा। अयोध्या दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पहले हनुमान गढी का दर्शन किया। हनुमान ही भगवान राम के सबसे करीब हैं।
.....धार्मिक चेतना के नायक हैं राम
औघडऩाथ मंदिर पर भी भगवा ध्वजों की लहर है। श्रीराम नाम की पताकाएं मंदिरों में जलते हुए दीप की तरह प्रकाशित लगती हैं। दोपोत्सव की तैयारी है। प्रधान पुजारी श्रीधर त्रिपाठी ने कहा कि राम हमारी आस्था, आत्मसम्मान, संस्कृति और चेतना के नायक हैं। बिल्लेश्वर मंदिर के प्रधान पुजारी हरिश्चंद्र जोशी कहते हैं कि भगवान राम के मंदिर को लेकर लंबा आंदोलन चला। जिन्होंने उसे अपनी आंखों से देखा है, आज उनकी कई पीढिय़ां तर गईं। शनि मंदिर प्रांगण भी राममय है। दुकानों से मंदिरों की दीवारों पर धर्म और आस्था की लहरें टकराती नजर आईं। गढ़ रोड, शास्त्रीनगर से लेकर जागृति विहार और अन्य क्षेत्रों के मंदिरों में रामत्व का प्रकाश नजर आने लगा। भगवान राम की अयोध्यानगरी किसी के इंतजार में सजकर खड़ी थी। साधु-संतों ने टेलीवीजन के जरिए अयोध्या दर्शन भी किया। एक महान मुहूर्त के बीच जनजीवन में लोक आस्था के सबसे बड़े प्रतीक प्रभु श्रीराम के मंदिर का शिलान्यास किया गया।