Covaxin लगवाने दिल्ली व हरियाणा से 70 फीसद लोग आ रहे मेरठ, प्रतिरक्षा अधिकारी ने किया खुलासा
Covaxin In Meerut मेरठ के प्रतिरक्षा अधिकारी डा. प्रवीन गौतम का कहना है कि दिल्ली व हरियाणा से आए 70 फीसद लोग कोवैक्सीन की डोज ले रहे हैं। इस कारण मेरठ के लोग वंचित रह जा रहे हैं।
मेरठ, जेएनएन। 18-44 आयु वर्ग के युवाओं के टीकाकरण मेरठ में जारी है। लेकिन इसी बीच में दिल्ली व हरियाणा से भारी संख्या में लोगों का मेरठ आना जारी है। जब टीकाकरण केंद्रों से इसकी शिकायत सामने आई तो प्रशासन अब इस पर रोक लगा रही है। मेरठ के प्रतिरक्षा अधिकारी डा. प्रवीन गौतम का कहना है कि दिल्ली व हरियाणा से आए 70 फीसद लोग कोवैक्सीन की डोज ले रहे हैं। इस कारण मेरठ के लोग वंचित रह जा रहे हैं।
रोक टोक शुरू हो चुकी है: एक अधिकारी ने बताया कि दिनों से बाहरी लोगों के टीकाकरण को लेकर शिकायत की जा रही थी कि बाहरी जिलों और दिल्ली तक के युवा यहां मेरठ पहुंच रहे है। स्वास्थ्य विभाग ने बाहर के युवाओं के टीकाकरण पर पिछले दो दिनों से टोका-टाकी शुरू कर दी है। टीकाकरण के समय दस्तावेजों की जांच के दौरान जो युवक मेरठ से बाहर के मिल रहे हैं, उन्हें रोक दिया जा रहा है। उन्हें स्पष्ट कहा जा रहा है कि वे अपने नजदीकी केंद्र पर लगाएं।
मेरठ के लोग रह रहे वंचित: स्लाट बुकिंग में बाहरियों की बुकिंग की वजह से मेरठ के लोग वंचित हो जा रहे हैं। ऐसे युवाओं को कतार में पीछे कर दिया जा रहा है और तय समय पूरा होने के बाद वैक्सीन बचने की स्थिति में टीका दिया जा रहा है। इसका असर टीकाकरण पर भी दिखने लगा है। यही वजह है कि इस सप्ताह में अधिकांश दिन इस आयु वर्ग में तय लक्ष्य से 80 फीसद से नीचे का ही टीकाकरण हुआ है। गुरुवार को यह 78 फीसद रही।
गुरुवार को टीकाकरण की यह रही स्थिति
शहर में टीकाकरण तेजी से चल रहा है। गुरूवार को कुल टीकाकरण 13372 किया गया, इसमें कोविशील्ड की 10079 व कोवैक्सीन की 3293 वैक्सीन लगाई गई। वहीं इसमें 18-44 आयु वर्ग के 6757 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इसमें प्रथम डोज वाले 4801 शामिल रहे तो वहीं बूस्टर डोज वाले 1956 (सभी कोवैक्सीन) लोग रहे। 45 से ऊपर के 6615 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।
मेडिकल कालेज के कोविड प्रभारी डा. धीरज बालियान ने कहा- कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण बेहद जरूरी है। टीका लगाने के बाद थोड़ा-सा सिर दर्द, बुखार हो सकता है, लेकिन उससे घबराने की जरूरत नहीं है। टीकाकरण केंद्र पर दी गई दवा खा ले, ठीक हो जाएंगे। हां, टीका की अनदेखी भविष्य में संक्रमण बढ़ने पर खतरा पैदा कर सकती है, इसलिए टीकाकरण से भागे नहीं, उसका लाभ उठाएं।