नये सत्र से सहारनपुर विश्वविद्यालय में शामिल होंगे 300 कालेज, तैयारियां जोरों पर Saharanpur News
चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा सहारनपुर राज्य विश्वविद्यालय के लिए 100 करोड़ रुपये देने की सहमति देने के साथ ही सरगर्मियां बढ़ गई हैं। रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
सहारनपुर, जेएनएन। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा सहारनपुर राज्य विश्वविद्यालय के लिए 100 करोड़ रुपये देने की सहमति देने के साथ ही सरगर्मियां बढ़ गई हैं। शैक्षिक सत्र 2020-21 से मंडल के तीन जिलों के करीब 300 कालेजों का संचालन इसी विश्वविद्यालय से करते हुए स्नातक व स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के लिए प्रवेश भी दिए जाएंगे। 1.50 लाख छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगे। रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
विवि के अस्थायी संचालन को लेकर कवायद जारी है। भूमि चयन का पूरा दारोमदार शासन के निर्णय पर निर्भर करेगा। माना जा रहा है कि विवि के लिए पूर्व में देखी गई निश्शुल्क भूमि के प्रस्ताव पर ही अंतिम मोहर लग सकती है।
चौ. चरण सिंह विवि मेरठ के रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार ने गत छह फरवरी को सहारनपुर राज्य विश्वविद्यालय में बतौर रजिस्ट्रार अतिरिक्त चार्ज संभाला था। उन्होंने बताया था कि पुवांरका महाविद्यालय परिसर के 10 कमरों में अस्थाई रूप से विश्वविद्यालय का संचालन होगा। भूमि खरीद संबंधी बजट राजस्व विभाग की कार्यवाही में आएगा। चौ. चरण सिंह विवि के बजट के एक हिस्से को सहारनपुर विवि के लिए ट्रांसफर किया जाएगा, ताकि यहां कामकाज हो सके। शुक्रवार को मेरठ में चौ. चरण सिंह विवि की बैठक में सहारनपुर विवि को 100 करोड़ रुपये धनराशि देने की सहमति बनी। रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार के मुताबिक, 100 करोड़ रुपये तथा विवि के लिए भूमि के चयन पर शासन ही अंतिम निर्णय लेगा।
देखी जा चुकी है भूमि
विवि का चार्ज संभालने के बाद रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार ने क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा.राजीव कुमार गुप्ता के साथ परिसर में कुलपति कक्ष और मीटिंग हॉल देखा था। उन्होंने कालेज परिसर के निकट उस 50 एकड़ भूमि का भी निरीक्षण किया था, जो विवि के लिए सुरक्षित की गई है। बाद में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने विवि के लिए चिलकाना रोड पर भूमि का प्रस्ताव भी शासन को भेजा था। इसके अलावा सिंचाई विभाग की 450 बीघा भूमि भी देखी गई थी। सिंचाई विभाग की यह भूमि निश्शुल्क उपलब्ध है। जबकि पुवांरका में भूमि की खरीद पर कोरोना संक्रमण काल में शासन को 20 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने होंगे। ऐसे में निश्शुल्क भूमि के प्रस्ताव को ही वरीयता मिल सकती है।
13 वर्ष पुरानी विवि की मांग
सहारनपुर में विवि की स्थापना की मांग एक दशक पुरानी थी। महाराज ङ्क्षसह कालेज के प्राचार्य रहे डा.केके शर्मा ने वर्ष-2007 में यहां विवि स्थापना के प्रयास शुरू किए थे। 29 सितंबर 2018 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन को कार्ययोजना बनाने की बात कहकर मांग पूरी करने के संकेत दिए थे।