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बिजनौर में गोहत्‍या : चेयरमैन समेत चार पर 25-25 हजार का इनाम घोषित, गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित

किरतपुर में गोहत्या के मामले में फरार चल रहे नगर पालिका चेयरमैन समेत चार लोगों पर एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है। चेयरमैन के घेर में गोहत्या के मामले में छह लोग पकड़े गए थे।

By Prem BhattEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 11:26 PM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 11:26 PM (IST)
बिजनौर में गोहत्‍या : चेयरमैन समेत चार पर 25-25 हजार का इनाम घोषित, गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित
बिजनौर में गश्‍त पर निकली पुलिस और चेयरमैन की फाइल फोटो।

बिजनौर, जेएनएन। किरतपुर में गोहत्या के मामले में फरार चल रहे नगर पालिका चेयरमैन समेत चार लोगों पर एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है। चेयरमैन के घेर में गोहत्या के मामले में छह लोग पकड़े गए थे, जबकि चेयरमैन और उनके तीन साथी फरार हो गए थे। आरोपितों के गैरजमानती वारंट भी जारी हो चुके हैं।

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18 सितंबर को पुलिस टीम ने किरतपुर नगर पालिका चेयरमैन एवं सपा नेता अब्दुल्ल मन्नान के घेर में छापा मारा था, जहां गोहत्या होती पकड़ी गई थी। इस दौरान 12 जिंदा गाय/भैंस, गाय के अवशेष और पशु कटान में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद हुए थे। मौके से हारून, तारिक, ताजिर, तालिब, उमर और शानू को गिरफ्तार किया गया था, जबकि चेयरमैन अब्दुल मन्नान, वाशिद, अतीक कुरैशी और फरीद फरार हो गए थे। पुलिस ने 22 सितंबर को चेयरमैन अब्दुल मन्नान समेत चारों आरोपितों के गैर जमानती वारंट हासिल किए। गुरुवार को एसपी ने चेयरमैन समेत चारों आरोपितों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। गिरफ्तारी के लिए एसपी सिटी के नेतृत्व में पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं।

लगातार दी जा रही दबिश

गोहत्या के मामले में किरतपुर पालिका चेयरमैन अब्दुल मन्नान अभी फरार है। चेयरमैन की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। इस मामले में लाइन हाजिर पुलिसकर्मियों समेत पूरे प्रकरण की जांच सीओ ने शुरू कर दी है। थाने के और भी पुलिसकर्मी जांच के घेरे में हैं। बताया जा रहा है कि थाना प्रभारी से लेकर एसएसआइ की भूमिका की जांच की जा रही है।

आठ पुलिसकर्मियों पर हुई थी कार्रवाई

चेयरमैन अब्दुल मन्नान की घेर में शुक्रवार को गोहत्या पकड़ी गई थी। छह आरोपितों की गिरफ्तारी की गई थी, जबकि चेयरमैन अब्दुल मन्नान, अतीक, बाशित और फरीद फरार हो गए थे। इस प्रकरण में कस्बा इंचार्ज समेत आठ पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया था। सीओ नजीबाबाद को इसकी जांच सौंपी गई है। पुलिस की भूमिका इसलिए संदेह के घेरे में है कि उन्हें इसकी भनक क्यों नहीं लगी? इसलिए एसपी ने आठ पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया था। सीओ नजीबाबाद मामले की जांच कर रहे हैं। एसपी डा. धर्मवीर सिंह ने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी के लिए एएसपी सिटी के नेतृत्व में चार टीमें दबिश दे रही हैं।  


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