Omicron Strain News: वैक्सीन ली है तो जानलेवा नहीं ओमिक्रोन स्ट्रेन,कैसे करें बचाव,पढ़ें-मेरठ के डाक्टरों की सलाह
Omicron Strain News ओमिक्रोन स्ट्रेन की दहशत अब धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया कि नया स्ट्रेन ज्यादा संक्रामक है लेकिन यह अब तक जानलेवा साबित नहीं हुआ है। डाक्टरों ने बताया अफ्रीका में मरने वालों को नहीं लगी थी वैक्सीन।
संतोष शुक्ल, मेरठ। Omicron Strain News कोरोना के नए स्ट्रेन के खौफ में न आएं। वैक्सीन लगवाने वालों में ओमिक्रोन स्ट्रेन ज्यादा असर नहीं करेगा। वायरस के स्पाइक प्रोटीन में भारी बदलाव होने के बावजूद वैक्सीन 50-60 प्रतिशत कारगर पाई गई है। विशेषज्ञों ने बताया कि बोतस्वाना, हांगकांग एवं दक्षिण अफ्रीका में वायरस का नया वैरिएंट संक्रमित हुआ है, लेकिन कोविड से मरने वालों को वैक्सीन नहीं लगी थी। हालांकि आरटी-पीसीआर जांच में ओमिक्रोन स्ट्रेन पकड़ में नहीं आ रहा है।
..स्पाइक प्रोटीन में सर्वाधिक बदलाव
कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के बाद एक बार फिर नया स्ट्रेन चर्चा में है। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया कि नया स्ट्रेन ज्यादा संक्रामक है, लेकिन यह अब तक जानलेवा साबित नहीं हुआ है। मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. अरविंद ने बताया कि कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में लगातार बदलाव हो रहे हैं। इस बार सबसे बड़ा बदलाव है। पिछले साल यूके-2 स्ट्रेन संक्रमित हुआ, लेकिन यह जानलेवा नहीं रहा।
- वैक्सीन लेने वाले हो सकते हैं संक्रमित
24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिले ओमिक्रोन स्ट्रेन को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार हाई अलर्ट है। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि कोवैक्सीन एवं कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों में वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बन गई है, लेकिन स्ट्रेन में बदलाव से यह बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित जरूर कर सकता है। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने नए स्ट्रेन से निपटने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है।
.....पर सावधानी बेहद जरूरी
- मास्क जरूर पहनें। यह कोरोना, टीबी एवं फ्लू व वायु प्रदूषण से बचाएगा।
- कोरोना का टीका जरूर लगवाएं। यह ओमिक्रोन वैरिएंट से भी बचाव देगा।
- बार-बार हाथ धोएं। भीड़भाड़ एवं अस्पतालों में न जाएं।
- दक्षिण अफ्रीका एवं हांगकांग से आने वाले लोगों से दूर रहें।
- हाईप्रोटीन खानपान लें। एक्सरसाइज कर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर रखें।
इनका कहना है
वायरस वही है, सिर्फ स्पाइक प्रोटीन बदला है। डब्ल्यूएचओ ने भी इसे बेहद संक्रामक बताया है, पर अब तक जानलेवा नहीं। वैक्सीन लेने वालों को 60 फीसद तक सुरक्षा मिलेगी। हर्ड इम्युनिटी बनने से भी ज्यादा खतरा नहीं, लेकिन मास्क जरूर पहनें।
- डा. वीएन त्यागी, सांस एवं छाती रोग विशेषज्ञ
पहली बार वायरस के स्पाइक प्रोटीन में इतना बड़ा बदलाव मिला है। इसी वजह से आरटी-पीसीआर जांच में कई बार कोई विशेष जीन पकड़ में नहीं आ रही। वैक्सीन लेने वालों को आंशिक बचाव जरूर मिलेगा, लेकिन मास्क पहनना न छोड़ें।
- डा. अमित गर्ग, विभागाध्यक्ष, माइक्रोबायोलोजी विभाग, मेडिकल कालेज