All India Sanskrit Conference: मेरठ में आयोजित किया जाएगा अखिल भारतीय संस्कृत सम्मेलन, तैयारियां शुरू
All India Sanskrit Conference मेरठ में यह अनुभव सुखद रहना वाला है। संस्कृत के ज्ञान के बिना भारतीय संस्कृति के इतिहास को जानना बिल्कुल वैसा ही है जैसे बिना जल अपनी प्यास को बुझाने का निष्फल प्रयास करना। सम्मेलन की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। प्राचीन भारतीय संस्कृति के इतिहास और इसके स्वर्णिम काल को जानना और समझना है तो वैदिक भाषा संस्कृत का ज्ञान होना आवश्यक है। क्योंकि संस्कृत के ज्ञान के बिना भारतीय संस्कृति के इतिहास को जानना बिल्कुल वैसा ही है जैसे बिना जल अपनी प्यास को बुझाने का निष्फल प्रयास करना। संस्कृत भाषा के ज्ञान से न सिर्फ प्राचीन भारतीय संस्कृति बल्कि वेद, पुराण, वेदांत आदि ग्रंथों का मर्म जाना जा सकता है। इसी को लेकर संस्कृत भाषा के संवर्धन व सरंक्षण को लेकर प्रयासरत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अनुषांगिक संगठन संस्कृत भारती मेरठ जिले में एक अभिनव प्रयास करने जा रहा है।
ऐसी है तैयारी
इसके तहत संस्कृत भारती जिले में नवंबर माह में जिले में तीन दिवसीय 19 से 21 नवंबर तक अखिल भारतीय संस्कृत सम्मलेन का आयोजन करने जा रहा है। इस सम्मेलन में न सिर्फ मेरठ या इसके आसपास जिले बल्कि देश भर से संस्कृत भारती के पदाधिकारी व संस्कृत के विद्वान जुटेंगे। सम्मेलन का विषय राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में संस्कृत भाषा की भूमिका, वर्तमान स्थिति एवं भविष्य की कार्ययोजना पर चिंतन रखा गाय है।
योगदान का भी आह्वान
सम्मेलन को सफल बनाने के लिए मेरठ प्रांत में कार्यकर्ता संपर्क कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें मेरठ के अलावा प्रांत के विभिन्न जिलों में भी संस्कृत भारती के पदाधिकारी व कार्यकर्ता दूसरे कार्यकर्ताओं के घर जाकर आयोजन से जुड़ा पत्रक सौंप रहे हैं। साथ ही इसमें योगदान का भी आह्वान किया जा रहा है। इसको लेकर संस्कृत भारती के विभाग संगठन मंत्री नरेंद्र ने बताया कि संपर्क अभियान तेज हो गया है।