बागपत: रंछाड़ कांड से बिनौली पुलिस ने नहीं लिया सबक, महिला को करना पड़ा आत्मदाह का प्रयास
Misdeed victim attempts self immolation in Bagpat दुष्कर्म पीड़ित किशोरी के परिवार पर ही क्रास मुकदमा दर्ज कर दिया। पुलिस उत्पीड़न से आहत होकर ही पीड़ित किशोरी की दादी ने शनिवार को एसपी दफ्तर के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया।
बागपत, जेएनएन। आरएसएस के नेता के बेटे की आत्महत्या के बाद रंछाड़ गांव में हुए बवाल और पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद भी बिनौली पुलिस ने सबक नहीं लिया। दुष्कर्म के आरोपित युवक को पहले गिरफ्तार करने में देरी की, फिर दुष्कर्म पीड़ित किशोरी के परिवार पर ही क्रास मुकदमा दर्ज कर दिया। पुलिस उत्पीड़न से आहत होकर ही पीड़ित किशोरी की दादी ने शनिवार को एसपी दफ्तर के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिस कार्रवाई की लोग निंदा कर रहे हैं।
यह है मामला
आरएसएस के खंड संचालक श्रीनिवास निवासी ग्राम रंछाड़ के परिवार पर बिनौली पुलिस ने 26 जुलाई को बर्बरता की थी। इससे आहत होकर श्रीनिवास के बेटे अक्षय के फांसी लगाकर खुदकुशी से गांव में बवाल हुआ था। तब पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। इंस्पेक्टर समेत 13 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई थी। तत्कालीन एसपी अभिषेक सिंह का स्थानांतरण भी इस घटना से जोड़कर लोगों ने देखा था। इसके बावजूद बिनौली पुलिस की कार्यशैली नहीं सुधारी। अब क्षेत्र के एक गांव में संप्रदाय विशेष की 14 वर्षीय किशोरी के साथ अनुसूचित जाति के युवक ने गत नौ अगस्त को दुष्कर्म किया लेकिन आरोपित युवक को गिरफ्तार करने में 16 दिन लगा दिए। गिरफ्तारी से पहले आरोपित युवक पीड़ित किशोरी के परिवार पर समझौते का दबाव बनाता रहा। पुलिस ने उल्टे आरोपित पक्ष की तहरीर पर 27 जुलाई को क्रास केस दर्ज कर दिया ।
पुलिस कार्रवाई से दुखी होकर पीड़िता ने उठाया ये कदम
पुलिस ने पीड़ित किशोरी के परिवार को जेल भेजने की धमकी दी। इससे आहत होकर किशोरी की दादी ने एसपी दफ्तर के बाहर शनिवार को आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि एसपी नीरज कुमार जादौन ने पूरे मामले की जांच सीओ (क्राइम) हरीश भदौरिया को सौंपी है। सीओ की जांच रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी ।