कोरोना से नहीं, विवाहिता की गला दबाकर हत्या का आरोप
तलाकनामे पर जबरन हस्ताक्षर कराने से सदमे में आई विवाहिता की मौत के मामले में नौचंदी पुलिस और लिसाड़ी गेट पुलिस सीमा विवाद में उलझ गई। मृतका का घर फतेहउल्लापुर में है।
मेरठ, जेएनएन। तलाकनामे पर जबरन हस्ताक्षर कराने से सदमे में आई विवाहिता की मौत के मामले में नौचंदी पुलिस और लिसाड़ी गेट पुलिस सीमा विवाद में उलझ गई। मृतका का घर फतेहउल्लापुर में है। स्वजन का आरोप है कि ससुरालियों ने अस्पताल स्टाफ के साथ मिलकर उनकी बेटी को गला दबाकर मार दिया। मामले को दूसरा रूप देने के लिए आरोपितों ने फर्जी कोविड रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है।
लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के मोहल्ला फतेहउल्लापुर निवासी अबरार ने अपनी पुत्री सलीना उर्फ सना का निकाह करीब एक वर्ष पूर्व भावनपुर के ग्राम रुकनपुर निवासी दानिश से किया था। विवाहिता सात महीने की गर्भवती थी। अबरार के मुताबिक निकाह के बाद से ही ससुरालियों ने मृतका को परेशान करना शुरू कर दिया था। तीन दिन पहले दानिश व उसकी मां ने मारपीट करते हुए विवाहिता से जबरन तलाकनामे पर हस्ताक्षर कराने के बाद उसे भगा दिया था। मायके पक्ष ने विवाहिता को नौचंदी क्षेत्र स्थित एक हास्पिटल में भर्ती कराया था। उनका कहना है कि ससुरालियों ने हास्पिटल स्टाफ से साठगांठ कर उनकी बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद हास्पिटल स्टाफ ने फर्जी कोविड पाजिटिव रिपोर्ट पुलिस को दे दी। इसकी वजह से गुरुवार शाम स्वजन ने हंगामा भी किया था। इंस्पेक्टर लिसाड़ी गेट प्रशांत कपिल के अनुसार शुक्रवार को पंचायतनामा भरकर शव को मर्चरी भिजवा दिया है। हास्पिटल नौचंदी क्षेत्र में है। मामले की जांच वहीं से कराई जा रही है। उधर, नौचंदी थाना प्रभारी प्रेमचंद शर्मा का कहना है कि हमारे थाने की पुलिस जांच के लिए गई थी। लेकिन मृतका के स्वजन ने लिसाड़ी गेट थाने में तहरीर दी है।