ट्रैफिक पुलिस चुनावी ड्यूटी पर, जाम से खुद निपटिए
पंचायत चुनाव के खत्म होने तक जाम का झाम पीछा नहीं छोड़ेगा।
मेरठ, जेएनएन। पंचायत चुनाव के खत्म होने तक जाम का झाम पीछा नहीं छोड़ेगा। करीब 70 प्रतिशत ट्रैफिक पुलिसकर्मी चुनावी ड्यूटी पर चले गए हैं। इसके चलते ही शहर के चौराहे और प्रमुख बाजारों में जाम का झाम है। मिनटों का सफर घंटों में तय हो पा रहा है। अब खुद ही जाम से निपटना होगा।
लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए किए जा रहे सभी प्रयास पहले ही विफल साबित हो रहे थे। अब चुनावी ड्यूटी में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के जाने से हालात और बिगड़ गए हैं। शहर के प्रमुख चौराहे एक-एक पुलिसकर्मी के सहारे चल रहे हैं। उनकी मदद के लिए मौजूद रहने वाले होमगार्ड भी नहीं हैं। ऐसे में शहर के हर चौराहे और मुख्य सड़क पर लोगों को जाम से दो-चार होना पड़ रहा है। दिल्ली रोड के साथ ही गढ़ रोड पर भी वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा हुआ है। सप्ताह के पहले दिन सोमवार की सुबह से लेकर शाम तक लोगों ने परेशानी झेली। चुनावी ड्यूटी में दो टीएसआइ, 30 हेड कांस्टेबल, 48 कांस्टेबल और 16 महिला कांस्टेबल गई हैं। साथ ही 20 कांस्टेबल गाजियाबाद में चल रहे धरने में ड्यूटी पर गए हैं। एसपी ट्रैफिक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि चुनावी ड्यूटी के लिए कर्मचारियों को भेजा गया है। हालांकि शहर के प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी हैं। फिर भी जाम की शिकायत आती है तो थाना पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा। लोगों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
कर्मचारियों की कमी, खड़ी रही क्रेन
ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के चुनावी ड्यूटी में जाने के बाद क्रेन भी पुलिस लाइन के मैदान पर खड़ी हो गई हैं। दो बड़ी क्रेन और एक छोटी क्रेन दिनभर सड़क पर नो-पाíकंग में खड़े वाहनों को उठाकर ले आती थीं। अब कर्मचारियों की कमी के चलते उनको मैदान में खड़ा कर दिया गया है। सोमवार को तो एक क्रेन चली, लेकिन अब वह भी खड़ी कर दी जाएगी।