Badan Singh Baddo: मोस्ट वांटेड़ की कोठी तो गिरा दी, पर मलवे को लेकर फंसा पेंच, अफसर झाड़ रहे पल्ला
मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो की कोठी का 70 फिसद हिस्सा गिरने के बाद अफसरों के लिए उसका मलवा हटाना बड़ी मुसीबत बन गई है। मलवे के कारण ही आगे की कार्रवाई में बांधा आ रही है। इधर अफसर मलवा हटाने को लेकर पल्ला झाड़ रहे हैं।
मेरठ, जेएनएन। हिस्ट्रीशीटर बदन सिंह बद्दो की आलीशान कोठी का मलबा भी अफसरों को परेशान कर रहा है। कोठी के चारों तरफ मलबा गिरने से कालोनी के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मलबा नहीं उठने से बुलडोजर भी काम नहीं कर पा रहा है। एमडीए के अफसरों का कहना है कि उन्हें कोर्ट ने कोठी को जमींदोज कराने का आदेश दिया है। संपत्ति को उठाने का एमडीए का कोई अधिकार नहीं है। दरअसल, मलबे को पुलिस और प्रशासन भी 14ए में कोर्ट से अनुमति लेकर ही उठा सकता है।
पंजाबीपुरा में बदन सिंह बद्दो की कोठी ध्वस्तीकरण के बाद मलबा चारों तरफ फैल गया है। विश्व बंधू के प्लाट में पूरी तरह से मलबा भरा हुआ है। मलबे की वजह से पास के मंदिर की दीवार में भी दरार आ गई है। साथ ही बद्दो के सामने दो घरों में आने जाने का रास्ता भी बंद हो गया है। यही कारण है कि लोगों ने अपने वाहनों को भी घर से काफी दूरी पर गली में खड़ा कर दिया है। कालोनी के लोगों ने एमडीए और पुलिसकर्मियों से मलबा उठाने की मांग की है। साथ मलबे की वजह से कोठी को जमींदोज करने का काम भी स्लो हो गया है।
दरअसल, मलबा उठने के बाद ही बुल्डोजर कोठी के अंदर तक पहुंच सकेगा। ऐसे में कोठी को हथौड़े से तोडऩे में काफी दिनों का समय लग सकता है। एमडीए के डिप्टी कलेक्टर मनोज सिंह ने बताया कि कोर्ट ने बद्दो की कोठी को जमींदोज करने का आदेश दिया था। उसकी संपत्ति को एमडीए अपने कब्जे में नहीं ले सकता है। मजदूरों को लगाकर मलबे को सड़क से हटाकर बद्दो की जमीन में डाल दिया जाएगा। फिलहाल एमडीए का उद्देश्य पूरी कोठी को जमींदोज करने का है। उसके बाद ही गली में पड़े मलबे को उठवाकर अंदर करा दिया जाएगा।
एसओ विजय गुप्ता का कहना है कि अभी तक मलबे को कब्जे में लेने का पुलिस को भी अधिकार नहीं है। पुलिस गैंगस्टर एक्ट में 14ए की कार्रवाई कर रही है, जिसमें बद्दो की कोठी की जमीन और मलबे को भी जब्त कर लेगी। संपत्ति जब्तीकरण का कोर्ट से आदेश मिलने के बाद ही पुलिस मलबे को हटा सकती है। फिलहाल पुलिस कोठी के पास कानून व्यवस्था कायम करने के लिए लगाई गई है। कोठी को जमींदोज कर आसपास सड़क से मलबा हटाने की जिम्मेदारी एमडीए की है।
मोंटी से हो सकता था हादसा
बदन सिंह बद्दों की कोठी के ऊपर बनी मोंटी को बुल्डोजर से तोड़ दिया था। मोंटी दूसरी तरफ बने मकान के ऊपर गिरने लगी थी। तभी मोंटी में लोहे का तार बांधकर क्रेन से दूसरी साइड खींचा गया। वरना आसपास के लोग घर से बाहर सड़क पर आकर खड़े हो गए थे। पूरी कालोनी में अफरा तफरी का माहौल बन गया था। मोंटी के दूसरी साइड गिरने के बाद ही कालोनी के लोगों ने राहत की सांस ली।