Honor Killing in Meerut: गांव में हो रही थी बेइज्जती इसीलिए कर दी बेटी की हत्या, पुलिस जांच में पिता ने बताई वारदात की कहानी
दो दिन पहले की बात है जब प्रेमी संग जाने की जिद करने पर पिता ने बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी थी और शव को चोरी से जला दिया था। मामला पुलिस तक पहुंचने पर जानकारी हुई थी।
मेरठ, जेएनएन। Honor Killing Case दौराला के मछरी गांव में बुधवार रात ऑनर किलिंग में हुई 17 वर्षीय किशोरी की हत्या के प्रकरण में पुलिस ने हत्या का राजफाश करते हुए मृतका के माता-पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि इस हत्याकांड़ में तीन नामजद अभी भी फरार हैं, जो रिश्ते में मृतका का भाई, चाचा और बाबा है। वहीं माता-पिता ने रोते हुए कहा कि दीपक लगातार ज्योति को भड़काता था, जिससे कि ज्योति विरोध कर दीपक के साथ आ जाए।
विस्तार से समझें क्या है पूरा मामला
मछरी गांव निवासी ज्योति पुत्री योगेश जुलाई में गांव निवासी प्रेमी दीपक पुत्र सतीश के साथ फरार हो गई थी। दो दिन बाद दिल्ली में रेलवे स्टेशन से ज्योति बरामद हुई। दौराला पुलिस और कोर्ट में ज्योति ने दीपक को बेकसूर बताते हुए अपनी मर्जी से उसके साथ जाने का बयान दिया था। तब से ज्योति अपने परिजनों के पास रह रही थी, मगर लगातार वह दीपक संग शादी करने की जिद करती थी। पांच अगस्त की रात परिजनों ने ज्योति की गला दबाकर हत्या कर दी। शव श्मशान घाट में जला दिया था। ग्रामीणों की सूचना पर गुरुवार दोपहर पुलिस श्मशान घाट पहुंची और अवशेष बरामद कर पिता योगेश और माता रेनू को गिरफ्तार कर लिया।
परिवार की हो रही थी बेइज्जती
(father killed daughter) माता-पिता ने बेटी की हत्या करना स्वीकार करते हुए कहा कि दीपक की वजह से परिवार और गांव में बेइज्जती हो रही थी। दीपक लगातार ज्योति को परिजनों के प्रति भड़का रहा था, जिसके कारण ज्योति उससे शादी करने की जिद करती थी। बेटी अब दुनिया में नहीं है, मगर हम बेहद लाचार थे। दौराला थाने के दारोगा केपी सिंह की ओर से केस दर्ज कर माता-पिता को गिरफ्तार कर जेल भेजा। जबकि हत्याकांड़ में शामिल नामजद चाचा नीरज, बाबा नैपाल और कृष्णपाल सिंह अभी फरार हैं।
दीपक से भी होगी पूछताछ
थानाध्यक्ष करतार सिंह ने बताया कि ज्योति के हत्यारोपी माता-पिता जेल में हैं। फरार तीन आरोपित भी गिरफ्तार होंगे। वहीं जिस दीपक की वजह से यह हत्याकांड़ हुआ, उससे व उसके परिजनों से भी पूछताछ की जाएगी। मृतका के परिजनों के मुताबिक, दीपक लगातार ज्योति को भड़काता था, ताकि वह अपने परिजनों का विरोध कर सके।