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Ram Temple: अबकी दीवाली में जगमगाएगा राम दरबार का बाजार, बढ़ी डिमांड, पड़ोसी राज्यों से मिले आर्डर Meerut News

अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास से उठी रामलहर का असर मूर्तियों के बाजार पर भी नजर आ रहा है। मंदिरों और घरों में राम दरबार सजाए जा रहे हैं। राम दरबार की डिमांड बढ़ गई है।

By Prem BhattEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 09:00 AM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 01:20 PM (IST)
Ram Temple: अबकी दीवाली में जगमगाएगा राम दरबार का बाजार, बढ़ी डिमांड, पड़ोसी राज्यों से मिले आर्डर Meerut News
Ram Temple: अबकी दीवाली में जगमगाएगा राम दरबार का बाजार, बढ़ी डिमांड, पड़ोसी राज्यों से मिले आर्डर Meerut News

मेरठ, जेएनएन। अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास से उठी रामलहर का असर मूर्तियों के बाजार पर भी नजर आ रहा है। मंदिरों और घरों में राम दरबार सजाए जा रहे हैं। दर्जनों राज्यों से मेरठ के मूर्तिकारों को बड़ी संख्या में राम दरबार बनाने के आर्डर मिले हैं। माना जा रहा है कि इस बार दीवाली में भगवान राम की मूर्ति से जुड़ा बाजार तेजी से बढ़ेगा।

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भगवान राम का पताका

मूर्ति कारोबार से जुड़े अनिल शर्मा गोल्डी ने बताया कि चंद माह पहले जब सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर के पक्ष में निर्णय सुनाया तो धार्मिक उपकरणों से जुड़ा बाजार बदलने लगा। गत दस दिनों से अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर शिलान्यास पर पूरी दुनिया की नजर टिकी थी, वहीं बाजार में भी भगवान राम का पताका फहराने लगा।

राम दरबार की मांग बढ़ी

जयपुर, चंडीगढ़, जालंधर से लेकर कर्नाटक के शहरों समेत देशभर से बड़ी संख्या में राम दरबार की मांग की गई है। इसमें भगवान राम, सीता, और लक्ष्मण के साथ भक्तिभाव में हनुमान की मूर्तियां रहेंगी। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अयोध्या से भी मूर्तियों की मांग आएगी। अनिल शर्मा कहते हैं कि भगवान राम की मूर्तियां भले ही कई मंदिरों में नहीं हों, लेकिन वो घर-घर में बसे हैं। अयोध्या में मंदिर निर्माण से देशभर में बनने वाले नए मंदिरों में शिल्प में भी बदलाव होगा, साथ ही भगवान राम दरबार जरूर सजाया जाएगा।

कोरोना ने चुनौतियां दीं, लेकिन अवसर अपार हैं

मूर्तिकला से जुड़े प्रशांत का कहना है कि पालीरेजिन और कंपोजिट मार्बल से मूर्तियां बनाई जाती हैं। इसमें केमिकल तरल और ठोस दोनों रूपों में प्रयोग किया जाता है। स्टैच्यू बनाकर फिर रंग भर लिया जाता है। मुंबई से लेकर विदेशों तक भगवान गणेश की मूर्तियां भेज चुके गोल्डी कहते हैं कि कोरोना की वजह से कारीगर मिलने से लेकर निर्यात में दिक्कत बनी हुई है। कच्चा माल खरीदने से लेकर मूर्तियों के लिए नए खरीदार बनाने में भी बाधा आ रही है, किंतु राम दरबार की बढ़ती मांग से प्रोडक्शन का दबाव कई गुना है। वो कहते हैं कि इस बार दीपावली में लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों के साथ ही राम दरबार की भी मांग ज्यादा होगी, जिसके लिए अभी से यूनिट तैयार कर ली गई है।


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