Fight Against Corona: बढ़ रहीं चुनौतियां, स्वास्थ्य विभाग ने किया 1500 बेड का इंतजाम Meerut News
कोरोना के मरीजों के इलाज को लेकर चुनौतियां बढ़ गई हैं। मेडिकल कालेज में दो सौ बेडों के आइसोलेशन सेंटर के अतिरिक्त अन्य दो मेडिकल कालेजों में भी ढाई सौ बेडों का इंतजाम किया है।
मेरठ, जेएनएन। Fight Against Corona कोरोना के मरीजों के इलाज को लेकर चुनौतियां बढ़ गई हैं। मेडिकल कालेज में दो सौ बेडों के आइसोलेशन सेंटर के अतिरिक्त अन्य दो मेडिकल कालेजों में भी ढाई सौ बेडों का इंतजाम किया गया। स्वास्थ्य विभाग फिलहाल 1500 बेडों का इंतजाम कर चुका है। आवश्यकता हुई तो 65 निजी चिकित्सालयों में मरीज भर्ती कराए जाएंगे।
लक्षण पहचानें, फिर कराएं जांच
- मरीज में संक्रमण के बाद पहले बुखार उभरता है। फिर दो से तीन दिन बाद खांसी आती है। पांचवें दिन के तेज बुखार के साथ सांस फूलने लगती है। नजला, छींक या जुकाम बेहद कम देखा गया है।
- ऐसे लक्षण हों तो जिला अस्पताल या मेडिकल कालेज में बने फ्लू डेस्क पर पहुंचें। डाक्टर बताएंगे कि जांच जरूरी है कि नहीं।
- डाक्टर ने जांच के लिए कहा तो मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलोजी विभाग जाएं, जहां नाक और गले का स्वैब लिया जाएगा। मरीज को मेडिकल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया जाता है। छह से आठ घंटे बाद रिपोर्ट आ जाती है।
- मेडिकल कालेज के अतिरिक्त कोरोना की जांच फिलहाल मेरठ में और कहीं नहीं हो रही है। किसी के बहकावे में न आएं।
- रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई तो कोरोना वार्ड में शिफ्ट में कर दिया जाएगा। जहां 14 दिन तक इलाज होगा। 24 घंटे में दो बार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही मरीज को छोड़ा जाएगा।
ये है इलाज का इंतजाम
- मेडिकल कालेज में-200 बेड
- 750 बेडों का मेडिकल अस्पताल भी आरक्षित है।
- सुभारती मेडिकल कालेज -200 बेडों का वार्ड
- मुलायम सिंह यादव मेडिकल कालेज-60 बेडों का वार्ड
- केएमसी-100 बेडों का वार्ड
- 30-30 बेडों के दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
- आपातस्थिति में 70 निजी अस्पतालों के दस-दस बेड
चिकित्सक
- सीएमओ के अधीन-125 डाक्टर
- मेडिकल कालेज में-135 डाक्टर
- निजी डाक्टर-करीब 1400
- निजी अस्पताल-237