घंटे भर की सफाई के लिए एक साल से नरक लांघ रहे थे छात्र Meerut News
जागरण के स्वच्छ मेरठ स्वस्थ्य मेरठ योजना के दौरान गोलाबढ़ प्राथमिक विद्यालय के सामने गंदगी का मामला सामने आया था। बुधवार को घंटे भर के सफाई से यह साफ हो गया।
मेरठ, जेएनएन। घंटे भर की सफाई में गोलाबढ़ प्राथमिक विद्यालय के सामने भरे गंदे पानी से निजात मिल गई। अब स्कूली बच्चों को ईंट पर संतुलन बनाकर नरक नहीं पार करना पड़ेगा। नगर निगम और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते बच्चे एक साल से जलभराव की समस्या ङोल रहे थे।
जागरण के मुहिम का हुआ असर
दैनिक जागरण के स्वच्छ मेरठ स्वस्थ मेरठ अभियान के दौरान गत सप्ताह यह समस्या सामने आई थी। महापौर सुनीता वर्मा और अपर नगर आयुक्त श्रद्धा शांडिल्यायन ने विद्यालय के सामने भरे नाली के गंदे पानी के बीच ईंट पर संतुलन बनाकर चलते स्कूली बच्चे देखे थे। जिसके बाद अपर नगर आयुक्त ने सफाई निरीक्षक परवेश कुमार और सफाई नायक शुभम को नोटिस भी जारी किया था। इसके बाद भी खानापूर्ति की जा रही थी। बुधवार को नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने दोनों कर्मचारियों को एक दिन का समय देते हुए कहा था कि गुरुवार को सफाई न हुई तो वे निलंबन के लिए लिखंेगे। जिसके बाद गुरुवार सुबह ही जेसीबी संग सफाई कर्मी पहुंचे और विद्यालय के सामने नाली की सफाई कर और जलनिकासी के लिए रास्ता बनाया। हालांकि यह व्यवस्था अभी अस्थाई है।
हमने तो छोड़ दी थी उम्मीद
प्राथमिक विद्यालय गोलाबढ़ की प्रधानाचार्या आशा शर्मा ने बताया कि एक साल से दर्जन भर पत्र लिखे होंगे। अपने विभाग को भी अवगत कराया और नगर निगम को भी। पार्षद से भी कहते रहे, लेकिन किसी ने नहीं सुनीं थी। उम्मीद छोड़ दी थी कि यह समस्या कभी खत्म होगी। सुबह सफाई होते हुए देखा तो अच्छा लगा। अब उम्मीद है कि विद्यालय के अच्छे दिन आएंगे। उन्होंने कहा कि शौचालय के टैंक में दीवार के जरिए गंदा पानी अभी आ रहा है। नगर निगम कर्मचारियों ने आज सड़क की जलनिकासी ठीक की है। इसका समाधान भी करेंगे। दैनिक जागरण ने यह उम्मीद जगाई है।
स्मार्ट बनेगा यह स्कूल
नगर निगम ने इस विद्यालय को स्मार्ट स्कूल प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया है। करीब 28 लाख रुपये खर्च कर नए शौचालय बनाए जाएंगे। साथ ही भवन की मरम्मत के साथ प्रोजेक्टर लगाया जाएगा। रंग-रोगन किया जाएगा। सड़क ऊंची होगी और इंटरलॉक टाईल्स लगाई जाएगी।