परतापुर में एक्सप्रेस-वे बना रहा छोटी माइनर
परतापुर तिराहे के नजदीक एक्सप्रेस-वे के नीचे से एक छोटी माइनर गुजरेगी।
मेरठ, जेएनएन। परतापुर तिराहे के नजदीक एक्सप्रेस-वे के नीचे से एक छोटी माइनर गुजरेगी। इसका कार्य शुरू कर दिया गया है।
तिराहे के पास दिल्ली सड़क पार करते हुए संतोषी माता मंदिर और वैष्णों होटल के लगकर एक रजवाहा निकल रहा है। इससे किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने के लिए एनएचएआइ के छोटी माइनर बना रहा है। इसे एक्सप्रेस-वे के नीचे से निकाला जाएगा, जिससे दिल्ली रोड व रेलवे लाइन के बीच के परतापुर के खेतों को लाभ मिलेगा। इससे पहले किसान अपने स्तर से नाली बनाकर सिंचाई तो कर लिया करते थे, लेकिन एक्सप्रेस बनने से नाली का अस्तित्व खत्म हो गया था। एनएचएआइ ने किसानों की समस्या को देखते हुए छोटी माइनर बनाने का तोहफा दिया। इसकी दीवार बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि यहीं नहीं, मेरठ से डासना तक कहीं भी जहां उन्हें जल निकासी की उम्मीद दिखी या सिंचाई की सहूलियत दिखाई दी वहां पर माइनर बना दी गई ताकि वर्तमान में न सही भविष्य में उपयोग हो सके, क्योंकि एक बार एक्सप्रेस-वे बन जाने के बाद दूसरी तरफ के क्षेत्र को लिंक नहीं किया जा सकेगा। एक्सप्रेस-वे के लिए तिराहे पर तैनात हुई एंबुलेंस
: एक्सप्रेस-वे और रैपिड रेल को शुरू होने में भले ही अभी देर हो पर इन सबसे संबंधित निर्माण कार्य को देखते हुए परतापुर तिराहे पर 108 एंबुलेंस तैनात कर दी गई है। यह एंबुलेंस एक्सप्रेस-वे के लिए निर्माणाधीन ओवरब्रिज के नजदीक खड़ी की गई है।
परतापुर तिराहे पर एक्सप्रेस-वे और रैपिड रेल का कार्य तेजी से चल रहा है। ऐसे में अब दिल्ली रोड पर दुर्घटना की संभावनाएं बढ़ सकती हैं क्योंकि दिल्ली से लेकर मेरठ शहर के अंदर तक अब रैपिड रेल की वजह से डिवाइडर का घेराव कर दिया जाएगा। सड़क चौड़ी करके वाहन निकाले जाएंगे, लेकिन इसके बाद भी दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इन सबको देखते हुए परतापुर तिराहे पर एंबुलेंस तैनात कर दी गई है। यही नहीं भूड़बराल स्थित सरकारी अस्पताल पर अभी तक एक एंबुलेंस रहती थी पर वहां अब दो एंबुलेंस कर दी गई हैं। तिराहे पर तैनात एंबुलेंस एक्सप्रेस-वे के ओवरब्रिज से लेकर परतापुर थाने तक और देहरादून बाईपास के यू-टर्न के आसपास तक की सेवा प्रदान करेगी। एक्सप्रेस-वे शुरू होने पर यह काशी गांव के टोल प्लाजा तक जाएगी या फिर बाद में टोल की ओर दूसरी एंबुलेंस तैनात कर दी जाएगी।