यूपी बजट से उम्मीदें : बड़ा सवाल यह भी क्या मेरठ भर पाएगा इस बार उड़ान Meerut News
यूपी बजट 2020 से उम्मीद है कि मेरठ में हवाई पट्टी विस्तार के लिए जमीन खरीद के लिए जितने धनराशि की जरूरत है उसका प्रावधान इस बार हो जाए।
मेरठ, जेएनएन। सबसे बड़ी महत्वाकांक्षी उड़ान परियोजना के लिए इस बजट से मेरठ को सबसे बड़ी उम्मीद है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद यहां पर हवाई उड़ान शुरू करने की कई बार बातें अपने भाषणों में कर चुके हैं, इसलिए पूरी उम्मीद है कि यहां पर हवाई पट्टी विस्तार के लिए जमीन खरीद के लिए जितने धनराशि की जरूरत है, उसका प्रावधान इस बजट में होगा।
पहले रूट हो गया तैयार
गौरतलब है कि पिछले साल केंद्र सरकार के स्तर से मेरठ को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में शामिल किया गया था और उसी क्रम में लखनऊ व प्रयागराज का रूट तय हो गया था और विमान कंपनी का चयन भी हो गया। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने आवश्यक जमीन के लिए मास्टर प्लान दिया था, जिसके आधार पर जिला प्रशासन ने आकलन प्रस्ताव शासन को भेजा है।
800 करोड़ की है जरूरत
प्रशासन के प्रस्ताव के अनुसार दो चरणों के तहत करीब 800 करोड़ रुपये की जरूरत पड़ेगी लेकिन अगर सरकार एक ही चरण के लिए आधी ही धनराशि देती है तब भी यहां से हवाई उड़ान शुरू करने के लिए पर्याप्त जमीन खरीदी जा सकेगी। जमीन मिलने पर एयरपोर्ट अथॉरिटी हवाई पट्टी विस्तार का कार्य शुरू करेगी। जिसके बाद उड़ान का सपना साकार हो सकेगा।
बजट में मिलेगा टोकन : डा. लक्ष्मीकांत
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी को इस बजट से उड़ान परियोजना के लिए धनराशि मिलने की उम्मीद है। उनका कहना है कि उन्होंने मुख्यमंत्री व प्रभारी मंत्री को पत्र भेजा था और उसमें यह मांग की थी कि यदि बजट में उड़ान के लिए प्रावधान न हो पाया हो तो भी उसके लिए एक रुपये के टोकन का प्रावधान कर दिया जाए। क्योंकि जिला स्तर से प्रस्ताव तब गया था जब तब बजट तैयार हो चुका होगा। टोकन की व्यवस्था से बाद में धनराशि मिल जाती है।
आंकड़ों पर एक नजर
- 02 हवाई रूट पिछले साल तय होकर विमान कंपनी चयनित हुई थी
- 02 चरणों में 282 एकड़ जमीन खरीद की होगी आवश्यकता
- 109 एकड़ जमीन प्रथम चरण के लिए खरीद करके भी शुरू हो सकती है उड़ान
- 492 करोड़ रुपये प्रथम चरण की जमीन पर होंगे खर्च