स्कूल-कॉलेज के छात्र बनेंगे नगर निगम के ब्रांड अंबेसडर
ईज ऑफ लिविंग सर्वे के लिए स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राएं नगर निगम के ब्रांड अंबेसडर बनेंगे। ये छात्र अपने परिजनों और दोस्तों को सर्वे के फायदे बताएंगे और उनसे शहर के लिए फीडबैक कराएंगे।
मेरठ, जेएनएन। ईज ऑफ लिविंग सर्वे के लिए स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राएं नगर निगम के ब्रांड अंबेसडर बनेंगे। ये छात्र अपने परिजनों और दोस्तों को सर्वे के फायदे बताएंगे और उनसे शहर के लिए फीडबैक कराएंगे।
नगर निगम ने इस पहल की शुरुआत शुक्रवार से कर दी। सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह के नेतृत्व में शास्त्रीनगर स्थित इस्माईल गर्ल्स नेशनल इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं को ईज ऑफ लिविंग सर्वे की जानकारी दी गई। छात्रों को शपथ दिलाई गई। प्रधानाचार्य मृदुला शर्मा समेत शिक्षिकाएं मौजूद रहीं। सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि छात्र-छात्राओं को एक फार्म दिया गया है। इसमें यह संदेश लिखा है कि मेरठ को उत्तर प्रदेश के उन तीन शहरों में चुना गया है जिन्हें विशेष रूप से स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाना है, जिसके लिए सर्वे चल रहा है। यह 29 फरवरी तक चलेगा। केंद्र सरकार द्वारा ऑनलाइन सर्वे से शहर का आकलन किया जा रहा है। छात्र-छात्राओं से अपील की गई है कि वे इस सर्वे का हिस्सा बनें। मेरठ को स्मार्ट बनाने के लिए अधिक बजट, सफाई की मशीनें, मैन पावर की जरूरत है। उनके सहयोग से यह संभव हो सकता है। सर्वे में हिस्सा लेने के लिए उन्हें ईओएल2019.ओआरजी सिटीजन फीडबैक पर वोट देना है। शहर के लिए सकारात्मक वोट करनी है। इसके अलावा बीएनजी इंटरनेशनल स्कूल, करन पब्लिक स्कूल में भी नगर निगम की टीम पहुंची। मालूम हो कि 13 फरवरी को सिटीजन फीडबैक में नगर निगम मेरठ को 2750 से अधिक वोट पड़ चुके हैं। लक्ष्य 14587 का है, जिसके सापेक्ष 18 फीसद वोट पड़े हैं।
छात्रों से भरवाए जा रहे हैं फार्म
सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि दिए गए फार्म में प्रत्येक छात्र-छात्रा से चार लोगों के मोबाइल नंबर, नाम, पता भराया जा रहा है। ये चार लोग उनके परिजन हो सकते हैं या फिर मित्र हो सकते हैं। यह फार्म नगर निगम स्कूल-कॉलेजों के माध्यम से जमा कराएगा। यह काम शहर के स्कूलों में अभियान के तौर पर किया जाएगा। जिन चार लोगों की छात्र जानकारी देंगे उनसे ईज ऑफ लिविंग सर्वे के लिए वोट भी कराएंगे।
हर घर होगा निगम का ब्रांड अंबेसडर
सहायक नगर आयुक्त ने कहा कि फार्म भरने वाले छात्र-छात्राएं नगर निगम के ब्रांड अंबेसडर होंगे। जो स्वच्छता के प्रति अपने परिजनों और दोस्तों को प्रेरित करेंगे। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार इंदौर में स्कूल-कॉलेज के 75000 से अधिक छात्र-छात्राओं को ब्राड अंबेसडर बनाए गए थे। उसी तर्ज पर मेरठ में यह काम किया जा रहा है। नगर निगम इन छात्रों को एक प्रमाण पत्र भी देगा। इस तरह हर घर निगम का ब्राड अंबेसडर होगा। इससे भावी पीढ़ी स्वच्छता के हर पैमाने पर खरा उतरेगी।