देहरादून बाईपास के यू-टर्न में अभी फंसते रहेंगे वाहन
परतापुर तिराहे पर तैयार हो चुके अंडरपास के नीचे से दिल्ली से मेरठ की ओर आने वाले वाहन निकाले जाने की तैयारी थी। ऐसा होने से देहरादून बाईपास पर यूटर्न लेते समय जो वाहन फंसते रहते हैं उससे निजात मिल जाती।
मेरठ, जेएनएन। परतापुर तिराहे पर तैयार हो चुके अंडरपास के नीचे से दिल्ली से मेरठ की ओर आने वाले वाहन निकाले जाने की तैयारी थी। ऐसा होने से देहरादून बाईपास पर यूटर्न लेते समय जो वाहन फंसते रहते हैं उससे निजात मिल जाती। लेकिन अब इस तैयारी को कुछ समय के लिए टाल दिया गया है। अंडरपास के नीचे से कब से आवागमन शुरू होगा, अभी इसका जवाब भी कार्यदायी संस्था या एनएचएआइ के पास नहीं है।
तैयार हो चुके अंडरपास को खोलने की तैयारी इसलिए थी कि सर्विस लेन व तीसरे अंडरपास के निर्माण का कार्य होना था। अब जब तीसरे अंडरपास का निर्माण पहले अंडरपास को खोले बिना ही संभव हो गया है तो यह तैयारी टाल दी गई। एक और वजह यह थी कि देहरादून बाईपास की ओर रोड चौड़ी होनी थी। जिसकी वजह से यूटर्न को खत्म किया जाता, लेकिन यह काम रुका हुआ है। ऐसे में यूटर्न बंद नहीं किया गया।
कार्यदायी संस्था के इंजीनियरों ने बताया कि पहले से तैयार हो चुके अंडरपास को खोलकर वाहन निकालने की योजना थी, लेकिन इसे अब टाल दिया गया है। इसे कब किया जाएगा, इस पर अभी विचार किया जा रहा है। अभी इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता। यूटर्न की समस्या दूर नहीं की जा रही
देहरादून बाईपास पर जिस यूटर्न पर मेरठ के वाहन मुड़ते हैं वहां हमेशा खतरा बना रहता है। कोई चेतावनी बोर्ड है न ही रिफ्लेक्टर। ट्रैफिक पुलिस से लेकर एनएचएआइ तक के अधिकारियों ने वादा किया, लेकिन उसकी समस्या का हल नहीं किया। यहां अंधेरा होते ही वाहनो के टकराने का अंदेशा बढ़ता जाता है।
जाम का असर..थम गया सफर
मेरठ : शहर में जाम का झाम लोगों का पीछा नहीं छोड़ रहा है। शनिवार शाम को एक बार फिर जाम ने मिनटों का सफर घंटों में तब्दील कर दिया। वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। एंबुलेंस भी फंस गई। एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में जाम विकराल होता चला गया। केसरगंज से लेकर मेट्रो प्लाजा तक वाहन चालक फंसे रहे। इस दौरान कहीं भी ट्रैफिक पुलिसकर्मी नहीं दिखाई दिए।
शहर के लोगों को जाम से निजात दिलाने के ट्रैफिक पुलिस के सारे प्रयोग विफल साबित हो रहे हैं। सुबह से लेकर रात तक लोग जाम से दो चार होते रहते हैं। शनिवार शाम को ब्रह्मापुरी से शोभायात्रा निकली तो पुलिस की अव्यवस्था ने वाहनों के पहिये थाम दिए। इसके चलते केसरगंज से लेकर मेट्रो प्लाजा तक जाम की स्थिति बनी रही। वाहनों के आमने-सामने आने से स्थिति बिगड़ती चली गई। एंबुलेंस का हूटर बजता रहा, लेकिन उसको निकलने के लिए रास्ता नहीं मिला। लोगों ने खुद ही कमान संभाली, लेकिन स्थिति काबू नहीं आई। घंटों तक लोग जाम से जूझते रहे। लोगों ने गलियों से निकलने का प्रयास किया तो वहां भी फंस गए। वहीं, बसों में सवार लोग उतरकर पैदल जाने लगे।
चौराहों पर नहीं दिखे पुलिसकर्मी
जाम के दौरान पुलिसकर्मी दूर-दूर तक नहीं दिखाई दिए। जाम के प्वाइंट केसरगंज चौराहा, रेलवे रोड चौराहा, ईदगाह चौराहा और मेट्रो प्लाजा पर लोग जूझते रहे, लेकिन कहीं भी लोगों को पुलिसकर्मी नहीं दिखाई दिए।
जाम में फंसे अफसर
शनिवार की दोपहर खैरनगर से घंटा घर तक भयंकर जाम लगा था। अफसरों के वाहन भी जाम मे फंस कर बच्चा पार्क से घंटा घर तक बीस मिनट तक पहुंचे। उसके बाद खैरनगर चौराहे पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाकर वाहनों को निकाला गया। करीब दो घंटे बाद यातायात सामान्य हुआ।
इन्होंने कहा.
शहर के जाम को देखते हुए अधीनस्थों की मीटिंग बुलाई गई है। जल्द ही शहर के जाम से लोगों को निजात दिलाई जायेगी।
संजीव वाजपेयी, एसपी ट्रैफिक