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तेजी से गिरते भूजल स्तर पर केंद्र की टीम ने जताई चिंता

जल संरक्षण और जल संचयन के लिए केंद्र सरकार की पांच प्राथमिकताओं को लेकर किए जा रहे कार्यो की जांच के लिए गुरुवार को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा नामित प्रतिनिधियों की टीम तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Jul 2019 04:00 AM (IST)Updated: Fri, 12 Jul 2019 06:25 AM (IST)
तेजी से गिरते भूजल स्तर पर केंद्र की टीम ने जताई चिंता
तेजी से गिरते भूजल स्तर पर केंद्र की टीम ने जताई चिंता

मेरठ, जेएनएन : जल संरक्षण और जल संचयन के लिए केंद्र सरकार की पांच प्राथमिकताओं को लेकर किए जा रहे कार्यो की जांच के लिए गुरुवार को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा नामित प्रतिनिधियों की टीम तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची। टीम ने माछरा ब्लॉक में तालाब खोदाई का निरीक्षण किया तथा अफसरों के साथ बैठक में जनपद के गिरते भूगर्भ जल स्तर पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर जल संरक्षण और संचयन की योजनाएं बनाकर उनपर काम किया जाए।

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केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय ने दो सदस्यों की समिति नामित करके तीन दिवसीय दौरे पर मेरठ भेजी है। इसका नेतृत्व भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के उप सचिव आरएस वर्मा कर रहे हैं। गुरुवार को टीम मेरठ पहंची और सबसे पहले विकास भवन सभागार में अफसरों के साथ बैठक की। मेरठ में पांच ब्लॉक डार्क जोन में शामिल हैं तथा पांच वर्षो में यहां भूजल स्तर 3.18 मीटर तक गिर चुका है। इन हालात पर चिंता जताते हुए आरएस वर्मा ने कहा कि पाच मुख्य बिन्दुओं को लेकर केंद्र सरकार एक जुलाई से 15 सितम्बर तक अभियान संचालित करा रही है। इसके तहत जिला जल संरक्षण योजना व जिला सिंचाई योजना बनाई जानी हैं। वाट्सएप ग्रुप बनाकर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाए। इस उद्देश्य में आम जनता सबसे बड़ी सहयोगी साबित होगी, लिहाजा जनता को जागरूक किया जाएगा। केंद्र सरकार जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन, सघन पौधरोपण समेत तमाम अहम बिंदुओं पर काम करवा रही है। सभी अधिकारी अपने विभाग से संबंधित कार्यो की योजना तैयार करके उपलब्ध कराएं। 15 सितंबर तक योजना के लक्ष्य हर हाल में पूरे करने होंगे। इसकी मासिक समीक्षा भी होगी।

बैठक के बाद टीम ने ब्लॉक माछरा के ग्राम अल्लीपुर में विभिन्न कार्यों का निरीक्षण किया। गांव में तालाब खोदाई के कार्य को देखा तथा तालाब के किनारे पौधरोपण भी किया। प्रधान, बीडीसी सदस्य व ग्रामीणों के साथ बैठक कर उन्हें जल संचयन व संवर्धन के प्रति जागरूक किया। बैठक में वाणिज्य मंत्रालय के तकनीकी अधिकारी व टीम सदस्य विष्णु शर्मा, जिला वन अधिकारी अदिति शर्मा, जिला विकास अधिकारी दिग्विजय नाथ तिवारी, जिला कृषि अधिकारी प्रमोद सिरोही, बीडीओ माछरा सुरेंद्र व सभी ब्लाकों के प्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे। टीम शुक्रवार को परीक्षितगढ़ जाएगी।

खरखौदा में जल स्तर में सर्वाधिक गिरावट

बैठक में प्रभारी सीडीओ भानु प्रताप सिंह ने बताया कि जनपद के खरखौदा, माछरा, मेरठ, परिक्षितगढ़ व रजपुरा समेत कुल पांच ब्लाक डार्क जोन में हैं। गत पाच वर्षों में खरखौदा ब्लॉक में सर्वाधिक 3.18 मीटर भूजल स्तर गिरा है। माछरा में 3.12 मीटर, मेरठ में 1.39 मीटर, परिक्षितगढ़ में 2.55 मीटर, रजपुरा में 2.42 मीटर, हस्तिनापुर में 0.83 मीटर, दौराला में 0.49 मीटर, जानीखुर्द में 0.31 मीटर, मवाना में 0.21 मीटर, रोहटा में 0.81 मीटर, सरधना में 0.21 मीटर, सरूरपुर में 0.33 मीटर गिरा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 170 तालाबों का जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हो गया है। एमडीए ने 300 वर्ग मीटर से ऊपर क्षेत्रफल के किसी भी भवन निर्माण का मानचित्र रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनाने की शर्त पर ही पास करने की घोषणा की है।


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