उमस के साथ हुई मानसूनी बारिश की आमद
बुधवार को पहली मानसूनी बारिश उमस भरी गर्मी लेकर आई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 60 घंटों में और मानसूनी बारिश की संभावना है।
मेरठ, जेएनएन : बुधवार को पहली मानसूनी बारिश उमस भरी गर्मी लेकर आई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 60 घंटों में और मानसूनी बारिश की संभावना है।
मेरठ में तीस जून को मानसून की आमद मानी जाती है, लेकिन इस बार तीन दिन विलंब से आया है। बुधवार को सुबह से आसमान में बादल छाए रहे। अचानक तेज बौछारों पड़ने लगी। सूरजकुंड और दिल्ली रोड पर ठीकठाक बारिश हुई। बारिश से गर्मी की तपन से कुछ देर के लिए राहत मिली। सड़कों पर बच्चे पहली बारिश का आनंद लेते देखे गए। कुछ देर बाद ही तेज धूप निकल निकली और उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया।
मानसून भले ही विलंब से आया हो लेकिन एक जुलाई से मौसम के तेवर बदल गए। अधिकतम तापमान में लगातार गिरावट हो रही है और वातावरण में आदर्ृता लगातार बढ़ती जा रही है। 30 जून को 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया अधिकतम तापमान 3 जुलाई को 36.6 डिग्री पर पहुंच गया, लेकिन गर्मी के कहर में कोई अंतर नहीं नजर आ रहा है। बारिश के बाद कुछ देर की राहत को छोड़ दें तो लोग तेज धूप में पसीना-पसीना होते नजर आए। पंखे और कूलर भी गर्मी से निजात नहीं दिला पाए। आसमान में रह-रह कर बादलों की आवाजाही बनी रही जिससे तेज धूप की चमक से आंखें चौंधियाती रही।
डा. यूपी शाही ने बताया कि जो आदर्ृता 30 जून को 50/36 प्रतिशत (अधिकतम/न्यूनतम) थी, तीन जुलाई को 76/50 प्रतिशत हो गई। इससे उमस भरी गर्मी का प्रकोप बढ़ गया। यह तापमान कम होने के बावजूद ज्यादा कष्टदायी साबित हो रही है।
सटीक निकला पूर्वानुमान
दैनिक जागरण ने 25 जून के अंक में 'आठ से 10 दिन मानसूनी बारिश से सराबोर होगा मेरठ' शीर्षक से खबर का प्रकाशन किया था। यह भविष्यवाणी पूरी तरह सही निकली। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि पांच और छह को भी बारिश के आसार हैं। हालांकि यह बारिश भी व्यापक स्तर पर नहीं होगी। कहीं तेज तो कहीं सिर्फ फुहारें पड़ेंगी।