खाने-पीने की चीजें तो बढ़ी..पर गुणवत्ता खत्म हो गई
भागदौड़ भरी जिंदगी में खानपान भी असंतुलित हो गया है। खाने-पीने की चीजें तो बढ़ गई पर उनकी गुणवत्ता में कमी आई है।
मेरठ । भागदौड़ भरी जिंदगी में खानपान भी असंतुलित हो गया है। खाने-पीने की चीजें तो बढ़ी हैं, लेकिन गुणवत्ता खत्म हो गई। वह आपका पेट तो भरती हैं, लेकिन शरीर को कमजोर और रोगग्रस्त कर देती हैं। आज ऐसे ही जागरूकता कार्यक्रमों को चलाए जाने की जरूरत है, ताकि लोग खाद्य पदार्थो के नुकसान से रूबरू हो सकें। यह बातें अपर आयुक्त आरएन धामा ने कहीं।
स्वस्थ भारत यात्रा के तहत रविवार को खाद्य पदार्थो के प्रति जागरूक करने के लिए सुबह 10 बजे मेडिकल कॉलेज परिसर से प्रभात फेरी निकाली गई। सिटी मजिस्ट्रेट शैलेंद्र कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाई। प्रभात फेरी में एनसीसी कैडेट और स्कूली छात्रों ने हिस्सा लिया। प्रभात फेरी चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय पहुंची। यहां पर बृहस्पति भवन सभागार में 'ईट राइट' मेला एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मेले का शुभारंभ अपर आयुक्त आरएन धामा और एडीएम सिटी मुकेश चंद्र ने किया। इस दौरान एफएसएसआइ के संयुक्त निदेशक दिनेश शर्मा ने कहा कि हम केवल नमक, चीनी और तेल की मात्रा भोजन में कम लेना शुरू कर दें तो भी स्वस्थ जीवन की परिकल्पना कर सकते हैं। इसी कड़ी में सोहराब गेट बस अड्डा और शॉपरिक्स माल में भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्वस्थ भारत यात्रा सोमवार को गाजियाबाद रवाना होगी। कार्यक्रम के दौरान स्वच्छ भारत यात्रा दल के सदस्य, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की अभिहित अधिकारी अर्चना धीरान, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनिल गंगवार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
शुद्ध खाद्य पदार्थो का सभी ने चखा स्वाद
विवि में 'ईट राइट' मेले में विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए। इसमें विटामिन ए और डी युक्त दूध, विटामिन ए और बी युक्त तेल सहित अन्य खाद्य पदार्थो की जानकारी दी गई। स्कूली छात्रों समेत सभी लोगों ने व्यंजनों का स्वाद लिया।
खाद्य विश्लेषकों ने बताए पहचान के तरीके
यात्रा के साथ मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब वैन और ऑडियो-वीडियो वैन चल रही है। खाद्य विश्लेषकों ने खाद्य पदार्थो की शुद्धता की पहचान के तरीके बताए। एलईडी स्क्रीन पर खाद्य पदार्थो से नुकसान की जानकारी दी गई।