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कांवड़ मार्ग टूटे पड़े हैं, शासन को भेजी चकाचक रिपोर्ट

शासन को भेजी रिपोर्ट में सभी मार्गो को दिखाया चकाचक

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Jul 2018 08:00 AM (IST)Updated: Wed, 18 Jul 2018 08:00 AM (IST)
कांवड़ मार्ग टूटे पड़े हैं, शासन को भेजी चकाचक रिपोर्ट
कांवड़ मार्ग टूटे पड़े हैं, शासन को भेजी चकाचक रिपोर्ट

मेरठ । कांवड़ यात्रा से पहले जिले से होकर पड़ोसी जनपदों को जाने वाले संपर्क मार्गो की खराब हालत शिवभक्तों के लिए दिक्कत खड़ी कर सकती है। यही हाल जनपद के लोकल मार्गो का भी है। कई मार्ग वर्तमान में निर्माणाधीन हैं, ऐसे में इनकी हालत पैदल चलने लायक नहीं है। सबसे अधिक परेशानी मेरठ-बुलंदशहर हाईवे-235 पर होगी।

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जुलाई के अंत से भक्तों को हरिद्वार और गंगोत्री से गंगाजल लेकर लौटना शुरू हो जाएगा। शासन ने सुरक्षा और सर्तकता के साथ सड़कों की हालत सुधारने के लिए विशेष रूप से संबंधित विभागों को निर्देशित किया हुआ है। अधिकारियों ने भी मुख्य मार्गो के साथ जिले के संपर्क मार्गो का कागजी निरीक्षण कर रिपोर्ट शासन को भेज दी। सबसे बड़ी बाधा बुलंदशहर हाईवे पर

इस बार सबसे अधिक दिक्कत मेरठ को पार कर बुलंदशहर जाने वाले शिवभक्तों को हो सकती है। क्योंकि अभी एनएच-235 निर्माणाधीन है और सड़क कई स्थानों पर टूटी हुई है। शिवभक्तों का चौराहा है मेरठ

शिवभक्तों के लिए मेरठ हमेशा से चौराहा रहा है। यहां से होकर दिल्ली, राजस्थान के कांवड़िये यात्रा पूरी करते हैं। ऐसे में पुरा महादेव और बुलंदशहर, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर आदि जनपदों के लिए जाने वाले शिव भक्तों के लिए भी जनपद के मुख्य मार्गो पर ही सफर करना होता है। इन मार्गो पर रहेगी भीड़

चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग, एनएच-58, सरूरपुर रजवाहा मार्ग, मेरठ-बागपत मार्ग, एनएच-235 और गंगनहर अनूपशहर शाखा पर यात्रा कर अधिक संख्या में शिव भक्त अपना सफर पूरा करते हैं। इनमें सरूरपुर रजवाहे से सलावा गांव से कल्याणपुर होकर पुरा महादेव, गंगनहर से कैली होकर भोले की झाल से जानी पुल होते हुए पुरा महादेव, नेशनल हाईवे से होते हुए औघड़नाथ मंदिर, मवाना तहसील क्षेत्र में गंगनहर से होकर विभिन्न क्षेत्रों में जाने के लिए रास्ते उपलब्ध हैं। रिपोर्ट में सब चकाचक

कांवड़ पटरी मार्ग को छोड़ दें तो, फिलहाल कांवड़ यात्रा के लिए निर्धारित किसी भी मार्ग पर मरम्मत कार्य शुरू नहीं हो सका है। लोकल मार्गाें में मवाना और सरधना क्षेत्र के ग्रामीण रास्तों की हालत सबसे अधिक खराब है। जबकि शासन को भेजी गई रिपोर्ट में इन सभी रास्तों को गड्ढा मुक्त करने के साथ रास्तों की पटरी की भी सफाई करा दी गई है।

इन्होंने कहा--

कांवड़ यात्रा से पहले सभी मुख्य मार्गो की मरम्मत का काम पूरा कर लिया जाएगा। काफी हद तक सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जा चुका है।

-प्रताप सिंह, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग


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