बीएसएनएल की फाइबर आप्टिकल से जुड़ीं 150 ग्राम पंचायतें
पिछले वर्ष वीआरएस के बाद फिर से बीएसएनएल ने मुनाफे की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। 18 जिलों में नेटवर्क सर्विस के मामले में मेरठ बीएसएनएल सर्किल अव्वल रहा।
मेरठ, जेएनएन। पिछले वर्ष वीआरएस के बाद फिर से बीएसएनएल ने मुनाफे की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। 18 जिलों में नेटवर्क सर्विस के मामले में मेरठ बीएसएनएल सर्किल अव्वल रहा। बीएसएनएल ने अपनी सेवाओं में विस्तार करते हुए पहले फेज में भारत नेट नाम की सेवा प्रदान की है। इसमें 11 ब्लाक की 150 ग्राम पंचायतों को फाइबर आप्टिकल से जोड़ा गया है। इससे स्थानीय जन सेवा केंद्रों को बेहतर सुविधा मिलेगी। इसमें बीबीएनएल एजेंसी का सहयोग भी है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों में इंटरनेट इस्तेमाल के लिए बीएसएनएल की लीज लाइन को अनिवार्य कर दिया है। सरकारी विभागों में बीएसएनएल की लीज लाइन स्थापित की जाएगी। वहीं, शहर में जल्द ही बीएसएनएल एक्सचेंज पर आधार कार्ड भी बनाए जाएंगे। यह दावा शुक्रवार को बीएसएनएल के अधिकारियों ने तेजगढ़ी चौराहा स्थित कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान किया।
बीएसएनएल के डीजीएम (आपरेशनल) अनूप कुमार गुप्ता, डिविजनल इंजीनियर नीरज दीक्षित व प्रदीप कुमार ने विभाग के एसडीओ व अन्य अभियंताओं के साथ कंपनी की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि वीआरएस के बाद बीएसएनएल अब मुनाफे की तरफ चल पड़ा है। उन्होंने बताया कि शहर में बीएसएनएल के 247 टावर हैं, जिनमें 47 टावर पर 3जी नेटवर्क की सेवाएं भी दी जा रही हैं। इसके अलावा प्रति माह प्रीपेड उपभोक्ताओं में भी वृद्धि हो रही है। प्रीपेड उपभोक्ताओं की संख्या करीब 3 लाख है। 4जी के टेंडर के लिए 12 कंपनियों ने बिड में प्रतिभाग किया है।
एफटीटीएच की मिलेगी सुविधा
निर्बाध इंटरनेट स्पीड देने के लिए बीएसएनएल ने भी शहर के सभी हिस्सों में आप्टिकल फाइबर की सेवा शुरू कर दी है। इसमें 3300 जीबी के भारी-भरकम डाटा के लिए 60 एमबीपीएस से लेकर 300 एमबीपीएस की स्पीड देने का दावा किया गया है। शहर में करीब 1800 एफटीटीएच उपभोक्ता इस सेवा का लाभ उठा रहे हैं।