Move to Jagran APP

UP बिजनौर में नकली आभूषण रखकर नैनीताल बैंक से ले लिया 14 लाख का लोन

तुषार अतुल अफसाना और ओमवीर ने नैनीताल बैंक की नजीबाबाद शाखा से 14 लाख का गोल्ड लोन लिया था। ब्याज और मूल राशि जमा नहीं कराने पर बैंककर्मी हरकत में आए। बैंक ने सोमवार को बंधक रखे गए आभूषणों का मूल्यांकन कराया गया तो जांच में सभी आभूषण नकली निकले।

By Taruna TayalEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 10:34 PM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 10:34 PM (IST)
UP बिजनौर में नकली आभूषण रखकर नैनीताल बैंक से ले लिया 14 लाख का लोन
बिजनौर में नकली आभूषण रखकर नैनीताल बैंक से ले लिया 14 लाख का लोन

बिजनौर, जागरण संवाददाता। नैनीताल बैंक में नकली स्वर्ण आभूषण रखकर एक-एक कर चार लोगों ने 14 लाख रुपये का लोन ले लिए। हैरानी की बात यह है कि सात महीनों तक बैंक को इसकी भनक तक नहीं लगी। कई बार चेतावनी देने के बाद भी जब लोन का भुगतान नहीं किया तो बंधक रखे गए आभूषणों का मूल्यांकन कराया तो उनके नकली होने का पता चला। अब बैंक अधिकारी ऋण धारकों से वसूली करने में जुटे हैं।

loksabha election banner

अभी तक पुलिस को नहीं दी तहरीर

नजीबाबाद क्षेत्र के तुषार, अतुल, अफसाना और ओमवीर ने नैनीताल बैंक की नजीबाबाद शाखा से अलग-अलग तारीख में 14 लाख रुपये का गोल्ड लोन लिया था। ब्याज और मूल राशि जमा नहीं कराने पर बैंककर्मी हरकत में आए। बैंक ने सोमवार को बंधक रखे गए आभूषणों का मूल्यांकन कराया गया, तो जांच में सभी आभूषण नकली निकले। बैंक अधिकारियों ने संबंधित ऋण धारकों से संपर्क किया। बताया जा रहा है कि ऋणधारकों और बैंककर्मियों में आपसी सहमति बनी है, जिसमें कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि दो दिनों में 60 हजार रुपये बैंक को वापस मिले हैं। अभी पुलिस को तहरीर नहीं दी है। बैंक का रिकवरी पर फोकस है।

ऐसे होती है ऋण स्वीकृति

बैंक में आभूषण बंधक रखकर ऋण देने से पहले बैंक द्वारा बैंक से जुड़े गवर्नमेंट एप्रूव्ड वेल्युअर से आभूषणों की जांच कराने के साथ-साथ बाजार भाव पर उनका मूल्यांकन कराया जाता है। इसके बाद ही बैंक आभूषण बंधक रखकर उसकी मूल रकम का 75 फीसद ऋण देता है।

इस तरह हुई बैंक से चूक

यह कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले भी कई जगह इस तरह की धोखाधड़ी हुई हैं। मूल्यांकन कराने के बाद आभूषण बैंककर्मी की सुपुर्दगी में न देकर ऋण लेने वाले स्वयं ही आभूषण लेकर बैंक पहुंचते हैं। बैंककर्मी की अनदेखी के चलते आभूषण बदल दिए जाते हैं।

मूल्यांकनकर्ता की बात

सर्राफ मयंक अग्रवाल का कहना है कि नकली आभूषणों पर ऋण लेने के मामले में बैंक द्वारा बंधक रखे गए आभूषणों की दोबारा जांच कराई गई है। जिसमें आभूषण न केवल नकली निकले, बल्कि उनके वजन में भी फर्क मिला है।

इनका कहना है...

ऋण की धनराशि वापस नहीं किए जाने पर बंधक रखे गए आभूषण जांच में नकली निकले हैं। इस बाबत ऋणधारकों से बात हो गई है। उन्होंने लोन के पैसे जमा कराने शुरू कर दिए हैैं।

-संदीप रावत, शाखा प्रबंधक, नैनीताल बैंक नजीबाबाद


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.