'एडीएम साहब! सबके पर्चे निरस्त कर नवाजिश को बना दो अध्यक्ष'
मेरठ : वार्ड-28 से भाजपा समर्थित प्रत्याशी विश्वराज उर्फ वीशू व वार्ड-26 से बसपा समर्थित प्रत्याशी ब
मेरठ : वार्ड-28 से भाजपा समर्थित प्रत्याशी विश्वराज उर्फ वीशू व वार्ड-26 से बसपा समर्थित प्रत्याशी बाबर चौहान एवं उनके भाइयों के पर्चे निरस्त करने पर भाजपा तथा बसपा नेताओं का रविवार को आक्रोश फूट पड़ा। गुस्साए प्रत्याशी तथा नेता एडीएमएफ व उप जिला निर्वाचन अधिकारी पर फट पडे़। उन्होंने कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर व सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह के दबाव में पर्चे निरस्त करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। विरोध में उपजिला निर्वाचन अधिकारी का घंटों तक घेराव किया। गुस्साए भाजपा नेताओं ने यहां तक कहा, यदि धांधली ही करनी है तो सब प्रत्याशियों के पर्चे निरस्त कर दो और मंत्री पुत्र नवाजिश को आज ही जिला पंचायत का अध्यक्ष घोषित कर दो। हंगामे के चलते देर शाम दोनों प्रत्याशियों के नामांकन-पत्र स्वीकार कर लिए गए।
दूसरे चरण में जिन जिला पंचायत प्रत्याशियों ने पर्चे भरे थे, उनके नामांकन पत्रों की रविवार को एडीएम (वित्त एवं राजस्व) गौरव वर्मा की कोर्ट में जांच हुई। जांच के बाद वार्ड-26 से बसपा समर्थित प्रत्याशी बाबर चौहान खरदौनी, उनके भाई आफाक अहमद व चचेरे भाई आसिफ के पर्चे निरस्त कर दिए गए। कोर्ट के बाहर गेट पर सूची चस्पा कर दी गई। जैसे ही बाबर चौहान को पर्चा निरस्त होने की जानकारी मिली, वह दौडे़-दौड़े कलक्ट्रेट पहुंचे। बाबर ने अपना व भाइयों का पर्चा निरस्त करने का कड़ा विरोध किया। एडीएमएफ के समक्ष विरोध जताते हुए हंगामा कर दिया। साथ ही आरोप लगाया कि कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर व सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह के दबाव में उनके पर्चे निरस्त किए गए हैं। हंगामा करने के बाद बाबर व समर्थकों ने कोर्ट के बाहर विरोध में धरना शुरू कर दिया।
इसके बाद दोपहर करीब दो बजे वार्ड-28 से भाजपा समर्थित प्रत्याशी विश्वराज उर्फ वीशू पर्चा निरस्त होने की सूचना पर एडीएमएफ कार्यालय में पहुंचे। विश्वराज ने भी पर्चा निरस्त करने का कड़ा विरोध किया। उन्होंने भी यही आरोप लगाया कि कैबिनेट मंत्री व सपा जिलाध्यक्ष के दबाव में यह पर्चा निरस्त किया गया है। वह बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। भाजपा नेता का तर्क था कि जिस आधार पर पर्चा निरस्त किया गया है, वह बेजा है। उनके विरोध एवं हंगामे के दौरान ही बाबर चौहान भी पहुंच गए। इसके बाद दोनों प्रत्याशियों ने पर्चा निरस्त करने पर जमकर हंगामा किया। वहीं, निर्वाचन अधिकारी का कहना था कि पुरानी वोटर लिस्ट लगाने के कारण पर्चा निरस्त किया गया है, क्योंकि उसमें वोटर क्रमांक गलत लिखा गया है। इस पर काफी देर नोकझोंक व हंगामा चलता रहा।
कोर्ट में घसीटूंगा, निलंबित कराकर छोडूंगा
गुस्साए विश्वराज ने यह तक चेतावनी दी कि यदि दबाव व गलत ढंग से पर्चा निरस्त किया गया तो वह उन्हें कोर्ट तक घसीटेंगे और निलंबित कराकर छोडें़गे। उन्होंने यह भी कहा कि निर्वाचन अधिकारी की कुर्सी पर बैठकर न्याय करो। मंत्री की चापलूसी करना छोड़ दो। इस पर दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
भाजपा नेताओं व समर्थकों को बुलाया
जब पर्चा स्वीकार नहीं किया गया तो विश्वराज ने फोन करके भाजपा नेताओं व प्रचार करने वाले समर्थकों को बुलाने व धरना देने की चेतावनी दी। इसी तरह बाबर ने भी फोन कर अपने समर्थक बुला लिए। इसके बाद भाजपा प्रदेश मंत्री अश्वनी त्यागी, पूर्व जिलाध्यक्ष विमल शर्मा, भाजपा विधायक रवीन्द्र भड़ाना, जिलाध्यक्ष अशोक त्यागी, क्षेत्रीय संचालन समिति अध्यक्ष आशू वर्मा, भाजपा नेता प्रताप सिंह, अनुज राठी, नरेश कुमार एडवोकेट, शिव कुमार राणा, हरवीर पाल सिंह, अतुल सिंह व देवेन्द्र चपराणा व आशु वर्मा आदि पहुंच गए। वहीं, बसपा प्रत्याशी समर्थक भी आ गए। भाजपा प्रदेश मंत्री अश्वनी त्यागी ने कहा, एडीएमएफ साहब, यदि बेमानी करनी है तो सबके पर्चे निरस्त कर मंत्री पुत्र नवाजिश को अभी जिला पंचायत अध्यक्ष घोषित कर दो। अथवा नेताजी से कहकर उन्हें अध्यक्ष के लिए नामित करा दो। इससे चुनाव का खर्च भी बच जाएगा। बाकी लोग घर जाकर बैठ जाएंगे। उन्होंने एलान किया कि जब तक विश्वराज का पर्चा स्वीकार नहीं किया जाएगा वह कार्यालय से नहीं हटेंगे। उन्हें भी बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। पर्चा निरस्त होने व हंगामे की सूचना पर सांसद राजेंद्र अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे। सासंद ने भी कड़ा विरोध किया। शाम को भाजपा व बसपा समर्थित प्रत्याशी का पर्चा स्वीकार होने पर घंटों तक चला यह हंगामा शांत हुआ।