युवा तीरंदाज के यूरोप दौरे पर संकट
मेरठ : बैंक कर्मचारी शैलेश ने निशानेबाजी स्पर्धा में देशभर के तमाम धुरंधरों को पछाड़कर यूरोप चैंपियनश
मेरठ : बैंक कर्मचारी शैलेश ने निशानेबाजी स्पर्धा में देशभर के तमाम धुरंधरों को पछाड़कर यूरोप चैंपियनशिप का रास्ता नाप लिया, किंतु पैसों की तंगी से उनके वर्ल्ड टूर पर संकट छा गया। इस होनहार निशानेबाज को स्पांसर तक नहीं मिला। महंगे खेल इक्विपमेंट एवं वीजा की दिक्कत से टूर की डगर कठिन होती जा रही है, जबकि निशांची शैलेश ने महज आठ माह की प्रैक्टिस में इस अंतरराष्ट्रीय मुकाम तक पहुंचने की कामयाबी पाई।
कैलाश प्रकाश स्पोटॅर्स स्टेडियम में कोच अनुपमा की देखरेख में गत वर्ष नवंबर से प्रैक्टिस करने वाले शैलेष ने क्रासबो निशानेबाजी स्पर्धा में स्टेट एवं नेशनल दोनों स्तरों पर बेहतरीन प्रदर्शन कर दसवीं यूरोप कप क्रासबो चैंपियनशिप क्रोएशिया के लिए क्वालीफाई कर लिया। गत माह 17 जुलाई को गाजियाबाद में खेली गई राष्ट्रीय क्रासबो आर्चरी चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर सुर्खियां बटोरीं। पांचवीं यूपी क्रासबो शूटिंग स्पर्धा में शैलेश ने गोल्ड जीतकर स्टेडियम का कद बढ़ाया। आने वाले दिनों में शैलेश को सितंबर में नैनीताल में फेडरेशन कप एवं यूपी स्टेट आउटडोर आर्चरी चैंपियनशिप में उम्दा प्रदर्शन करने का अवसर है। यूरोप चैंपियनशिप के बाद इसके अलावा 15 नवंबर को सिंगापुर में वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप खेली जाएगी, जिसे शैलेश के लिए बड़ा अवसर माना जा रहा है। कोच अनुपमा धानुक ने बताया कि शैलेश ने काफी मेहनत कर तेजी से रिजल्ट भी दिया, किंतु समस्या स्पांसरशिप की है। दो लाख रुपए में स्पोर्ट्स किट आती है, जिसके लिए शैलेश ने बैंक में आवेदन किया, किंतु अभी तक इस तीरंदाज के हाथ खाली हैं।