बादलों और धूप की आंख मिचौली से बढ़ी उमस
आसमान में जहां बादलों ने डेरा डाल रखा है वहीं रह-रह कर निकल रहा।
जागरण संवाददाता, मऊ : आसमान में जहां बादलों ने डेरा डाल रखा है, वहीं रह-रह कर निकल रही तीखी धूप ने मौसम के तेवर को एक बार फिर से तल्ख कर दिया है। तल्ख धूप के बीच हवाएं न चलने से गर्मी व उमस बेतहाशा बढ़ गई है। कभी ठंडा तो कभी गर्मी और कभी उमस ने कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को सताना शुरू कर दिया है। हाल यह है कि बीमारों की संख्या बढ़ने लगी है। किसी को पेट की दिक्कत को कोई सर्दी और बुखार से पीड़ित है।
भीषण गर्मी और उमस के चलते शहर की सघन बस्तियों में रहने वाले लोग बेचैन हैं। बिजली जाते ही कमरों से बौखला कर लोग बाहर निकल रहे हैं। दिन के समय सड़कों पर तीखी धूप व उमस से चलना दूभर हो जा रहा है। खेतों में धान की नर्सरी निकालने व रोपाई करने में लगे मजदूर उमस से कराह कर रह जा रहे हैं। कबीमारी से बचें, पीएं गर्म पानी
जिला प्रतिरक्षा अधिकारी डा.वीके यादव ने बताया कि मौसम का यह उतार-चढ़ाव स्वास्थ्य के ²ष्टिकोण से बेहद संवेदनशील है। ऐसे मौसम में प्रत्येक व्यक्ति को सतर्कता बरतनी चाहिए। बीमारी से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि खाना गर्म खाएं। ज्यादा तेल-मसाले से बने व्यंजन खाने से बचें। पानी जब भी पीएं, उबाल कर रखे हुए पानी का इस्तेमाल करें। आस-पास स्वच्छता बनाएं। खाना खाने से पहले हाथ साबुन से जरूर धो लें। कोई भी सतह छूने के बाद हाथ साबुन से जरूर धोते रहें। घर से बाहर आते-जाते समय मास्क का इस्तेमाल करें।